तेरापंथ धर्म संघ की वयोवृद्ध साध्वी ‘शासन श्री’ बिदामाजी का ‘तिविहार संथारा’ में समाधि मरण



कालू, 25 जुलाई. तेरापंथ धर्म संघ की सबसे वयोवृद्ध साध्वी, 107 वर्षीय शासन श्री साध्वी बिदामाजी ने आज रात्रि 9:17 बजे आचार्यश्री महाश्रमण जी की आज्ञा से तिविहार संथारे (एक प्रकार का उपवास जिसमें अन्न, जल और शरीर का त्याग किया जाता है) का प्रत्याख्यान (संकल्प) किया। संथारा 10 . 58 बजे सम्पन्न हो गया। साध्वी श्री उज्ज्वल रेखा जी ने वयोवृद्ध साध्वी, 107 वर्षीय शासन श्री साध्वी बिदामाजी को तिविहार संथारेका प्रत्याख्यान करवाया था ।असाधारण जीवनशैली और समर्पण
साध्वी बिदामाजी, जो 10 अक्टूबर, 2025 को अपने 108वें वर्ष में प्रवेश करने वाली थीं, अपने असाधारण जीवन के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने अपने पूरे जीवन में कभी भी अंग्रेजी दवा का सेवन नहीं किया था। पिछले कई वर्षों से वे कालू में स्थिरवास कर रही हैं और उनका स्वाध्याय, जप व माला का क्रम निरंतर चलता रहा था ।श्रद्धालुओं का उमड़ा तांता
‘सुदीर्घजीवी’ ‘शासनश्री’ साध्वी बिदामाजी के इस अनशन तिविहार संथारे के समाचार सुनकर, बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता उनके दर्शनार्थ उमड़ पड़ा है। थार एक्सप्रेस परिवार ने भी साध्वी बिदामाजी के संथारे तप की अनुमोदना करते हुए उनके उत्तरोत्तर आध्यात्मिक उन्नति की मंगलकामना की ।यह घटना तेरापंथ समाज में आध्यात्मिक साधना और वैराग्य के प्रति गहरे सम्मान को दर्शाती है।साध्वी श्री उज्ज्वल रेखा जी ने शासन श्री साध्वी बिदामाजी को तिविहार संथारेका प्रत्याख्यान करवाया।



