बीकानेर: खेजड़ी बचाने निकले ग्रामीणों पर वन माफियाओं का जानलेवा हमला, एक घायल



बीकानेर, 1 अगस्त। बीकानेर जिले के छतरगढ़ इलाके के बरजू गाँव में मंगलवार देर रात खेजड़ी के पेड़ों की अवैध कटाई रोकने निकले ग्रामीणों और वन माफियाओं के बीच सीधा टकराव हो गया। इस हिंसक झड़प में एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया, और ग्रामीणों का वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
धारदार हथियारों और लाठियों से हमला
ग्रामीण रात्रि गश्त के दौरान खेजड़ी के पेड़ों की कटाई रोकने निकले थे, तभी उन्हें वन माफियाओं ने धारदार हथियारों और लाठियों से घेर लिया और उन पर हमला कर दिया। इस हमले में रहमान नामक ग्रामीण के मुंह पर गंभीर चोट आई है, जिस पर कई टांके लगे हैं। अन्य ग्रामीणों को भी मामूली चोटें आई हैं। हमलावरों ने ग्रामीणों की गाड़ी को टक्कर मारकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।
ग्रामीणों का विरोध और थाने का घेराव
बुधवार सुबह घटना की जानकारी मिलते ही बराला सरपंच निवास पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। बराला सरपंच प्रतिनिधि गिरधारी लाल बांधड़ा के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने छतरगढ़ थाने का घेराव किया और हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। थाना प्रभारी सुरेंद्र बारूपाल की समझाइश के बाद स्थिति शांत हुई, जिसके बाद ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।




एफआईआर दर्ज, जांच शुरू
बरजू निवासी जुल्फकार पुत्र रबनवाज ने छतरगढ़ थाने में इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में आरोप है कि रहमान, इमरान, इशाक, मुस्तफा सहित 22-25 लोग अवैध रूप से खेजड़ी की कटाई कर रहे थे। जुल्फकार की गाड़ी देखकर उन्होंने पीछा किया, टक्कर मारी और फिर लाठियों, कट्टों व धारदार हथियारों से हमला कर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी मौके पर एक कैंपर गाड़ी छोड़कर दूसरी पिकअप में फरार हो गए। पुलिस ने परिवाद के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच हवलदार योगेन्द्र को सौंपी गई है। फिलहाल, सभी आरोपी फरार हैं और गाँव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।


खेजड़ी कटाई पर गंभीर सवाल और आंदोलन की चेतावनी
घटनास्थल पर बीकानेर से पहुँचे अनेकों वन प्रेमियों ने भी स्थिति का जायजा लिया। हल्ला पटवारी द्वारा मौके की फर्द रिपोर्ट बनाई गई, जिसमें सैकड़ों खेजड़ी पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है। जीवनरक्षा संस्थान और बीकानेर पर्यावरण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से वन माफियाओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और राज्य वृक्ष खेजड़ी की कटाई को तुरंत प्रभाव से रोकने की मांग की है। वन प्रेमियों ने चेतावनी दी है कि यदि अवैध कटाई नहीं रोकी गई तो आगामी दिनों में छतरगढ़ और पूगल क्षेत्र में खेजड़ी की अवैध कटाई को लेकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
ग्रामीणों का आरोप है कि सोलर प्लांट की आड़ में पिछले दो वर्षों से खेजड़ी और अन्य हरे पेड़ों की कटाई जारी है, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। उनका कहना है कि जब आम ग्रामीण अपनी जिम्मेदारी निभाने निकले, तो उन्हें ही हिंसा का शिकार होना पड़ा।