बीकानेर में शिक्षकों का प्रदर्शन: बकाया पदोन्नति और समस्या समाधान की मांग

shreecreates
QUICK ZAPS

बीकानेर, 7 अगस्त। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत आज बीकानेर नगर के शिक्षकों ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने अपनी लंबित समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामावतार कुमावत को सौंपा। यह प्रदर्शन प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य और नगर अध्यक्ष महेश छीपा के नेतृत्व में किया गया।
मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन की मुख्य मांगें
नगरमंत्री राजेंद्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में शिक्षकों की विभिन्न लंबित समस्याओं को उठाया गया है:

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl
SETH TOLARAM BAFANA ACADMY

स्थानांतरणों पर प्रतिबंध हटाना: शिक्षकों के स्थानांतरण पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग।

pop ronak

बकाया डीपीसी एवं पदस्थापन: समस्त शिक्षकों की बकाया विभागीय पदोन्नति (DPC) और पदस्थापन करवाना।

नव क्रमोन्नत विद्यालयों में पद: नव क्रमोन्नत विद्यालयों में पदों की वित्तीय स्वीकृति जारी करवाना।

तृतीय श्रेणी शिक्षकों की डीपीसी: तृतीय श्रेणी शिक्षकों की लंबित डीपीसी में विधि एवं शिक्षा विभाग स्तर पर गंभीरता न होने का मुद्दा।

स्टाफिंग पैटर्न की समीक्षा: स्टाफिंग पैटर्न के मापदंडों की पुनर्समीक्षा करवाना।

पद आवंटन में एकरूपता: अंग्रेजी और हिंदी माध्यम विद्यालयों में पद आवंटन में एकरूपता न होना।

गैर-शैक्षणिक कार्यों का बोझ: शिक्षकों को अधिकाधिक गैर-शैक्षणिक कार्यों में लगाए जाने का विरोध।

वेतनमान विसंगतियाँ: छठे और सातवें वेतनमान में रही विसंगतियों का निवारण न होना।

रिक्त पद भरना: विद्यालयों में समस्त संवर्ग के रिक्त पदों को भरना।

पदोन्नति का अभाव: 30 वर्ष से अधिक के सेवाकाल में तृतीय श्रेणी के सामाजिक, वाणिज्य, गृह विज्ञान, चित्रकला, शारीरिक शिक्षा और उद्योग शिक्षकों को एक भी पदोन्नति न मिलने से व्याप्त रोष को दूर करना।

सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप, बड़े आंदोलन की चेतावनी
प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार और विभाग से लगातार संवाद के बावजूद समस्याओं का समाधान न होना गंभीर है। उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार दिए जा रहे आश्वासन क्रियान्विति में परिवर्तित नहीं हो रहे हैं, जिससे शिक्षक उत्तेजित और आक्रोशित हैं। आचार्य ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो शिक्षक आगामी समय में बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहेंगे।

नगर अध्यक्ष महेश छीपा ने विशिष्ट मांगों को रेखांकित किया, जिनमें उप्रावि में शारीरिक शिक्षकों हेतु 105 नामांकन की शर्त हटाना, माध्यमिक विद्यालयों में द्वितीय श्रेणी व प्रथम श्रेणी के शारीरिक शिक्षक पद देकर पदोन्नति करवाना, सामाजिक ज्ञान, वाणिज्य, गृह विज्ञान, चित्रकला, उद्योग शिक्षकों की पदोन्नति हेतु हेड टीचर पद देना या उप्रावि में प्रधानाध्यापक का पद सामान्य करना और व्याख्याता पद पर पदोन्नति देना शामिल है। उन्होंने प्रबोधकों, शारीरिक शिक्षकों, प्रयोगशाला सहायक और पुस्तकालय अध्यक्षों की पदोन्नति, पीईईओ कार्यप्रभार का पुनर्गठन, एमएसीपी और अवकाश प्रकरण निस्तारण हेतु समय सीमा तय करने की भी मांग की।

जिला महिला मंत्री चंद्रकला भादाणी ने ऑनलाइन कार्यों की निर्भरता को देखते हुए शिक्षकों और संस्था प्रधानों को मासिक इंटरनेट भत्ता और एंड्रॉइड फोन उपलब्ध करवाने, सेवानिवृत्ति पर 300 उपार्जित अवकाश की सीमा को समाप्त करने और वेतन आहरण की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की। नगरमंत्री राजेंद्र कुमार ने कंप्यूटर शिक्षक के पदों का सृजन करने और हिंदी व अंग्रेजी अनिवार्य विषय पद आवंटन करने की मांग रखी।

इस प्रदर्शन में अशोक अग्रवाल, सविता राव, सुमन ओझा, विद्या पारीक, नीलम सक्सेना, प्रवीण टॉक, पूनम चंद विश्नोई, बुलाकी हर्ष, मोहम्मद फैजल, सुरेश खेशवानी, सुभाष सोनी, आनंद व्यास, विक्रमादित्य, संजय मारू, अमरदीप, मनोज पुरोहित, सुशील आचार्य, मंगलसिंह सहित अनेक पदाधिकारी, शिक्षक नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *