स्कूली छात्राओं ने किया हंगामा, धरना दिया



बीकानेर, 23 सितंबर। बीकानेर के खिलेरिया गाँव के सरकारी स्कूल की छात्राओं ने मंगलवार को रग्बी फुटबॉल की जिला टीम में अपनी साथी छात्रा का चयन नहीं होने पर जमकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गईं। छात्राओं का आरोप है कि चयन समिति ने योग्य खिलाड़ी किरण का चयन न करके अपने चहेतों को टीम में शामिल किया है, जबकि किरण ने स्कूल टीम को गोल्ड मेडल जिताया था।
कक्षाओं का बहिष्कार और जाँच की मांग
इस घटना के विरोध में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खिलेरिया के छात्र-छात्राओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया और स्कूल के मुख्य गेट पर एकत्र होकर चयन समिति और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। छात्राएँ और उनके अभिभावक पिछले सात दिनों से अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से उनका गुस्सा बढ़ गया है।




जाँच की शुरुआत: 15 सितंबर को अभिभावकों ने शिक्षा निदेशालय में विरोध दर्ज कराया था, जिसके बाद संयुक्त शिक्षा निदेशक के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने सीबीईओ लूणकरणसर को मामले की जाँच के लिए पत्र लिखा।



जाँच कमेटी का गठन: जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश पर तीन प्रधानाचार्यों की एक कमेटी बनाई गई, जिसने खिलाड़ियों और प्रभारियों से सबूत (फोटो, वीडियो) और बयान दर्ज किए।
आरोप: खिलाड़ियों ने आरोप लगाया है कि एक वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक ने बिना ड्यूटी के मैच को प्रभावित किया। उनका कहना है कि किरण ने प्रतियोगिता में सबसे अच्छे किक लगाए थे, फिर भी उसका चयन नहीं किया गया।
छात्राओं की प्रमुख माँगें
छात्राओं और अभिभावकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी माँगें तुरंत नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन करेंगे। उनकी माँगें इस प्रकार हैं:
- अयोग्य खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर खिलेरिया के योग्य खिलाड़ियों का चयन किया जाए।
- चयन समिति के सदस्यों को भविष्य में किसी भी प्रतियोगिता की चयन समिति में शामिल होने से रोका जाए।
- बिना ड्यूटी के मैच को प्रभावित करने वाले शारीरिक शिक्षक को निलंबित किया जाए।

