पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन ‘एकात्म मानववाद से अंत्योदय’ का संदेश



बीकानेर , 25 सितम्बर । भारतीय जनसंघ के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर बीकानेर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ उनके जीवन के सिद्धांतों को याद किया गया। केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने उनके विचारों को साझा किया और कहा कि उपाध्याय का जीवन ‘एकात्म मानववाद से अंत्योदय’ तक का संदेश देता है।




पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रमुख विचार
एकात्म मानववाद: मेघवाल ने बताया कि उपाध्याय ने पश्चिमी सोच के ‘एकांतवाद ‘ की जगह भारतीय जीवन दर्शन पर आधारित ‘एकात्म मानववाद’ की कल्पना की। उनका मानना था कि व्यक्ति, समाज, और प्रकृति एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और विकास तभी संभव है जब इन तीनों के बीच संतुलन बना रहे।



अंत्योदय: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उपाध्याय का ‘अंत्योदय’ का विचार आज भी सरकार की नीतियों का मार्गदर्शन करता है। ‘अंत्योदय’ का अर्थ है समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुँचाना, जो वास्तविक प्रगति है।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष सुमन छाजेड़, देहात अध्यक्ष श्याम सुंदर पंचारिया, ओबीसी प्रदेश अध्यक्ष चंपालाल गैदर, पूर्व जिला अध्यक्ष विजय आचार्य, और अन्य कार्यकर्ताओं ने भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न मोर्चों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्याम सिंह हाड़ला ने किया।

