पैपा ने गोचर भूमि को मास्टर प्लान से बाहर रखने की मांग की



बीकानेर, 25 सितम्बर । प्राइवेट एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रॉस्पेरिटी अलायंस (पैपा) के प्रतिनिधियों ने बीकानेर डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडीए) की आयुक्त श्रीमती अपर्णा अरोड़ा से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने गोचर भूमि को मास्टर प्लान से बाहर रखने और वैध संपत्तियों को कोई नुकसान न पहुँचाने की मांग की।
मांगे नहीं मानी तो आंदोलन की चेतावनी
पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने आयुक्त को बताया कि बीडीए का प्रस्तावित मास्टर प्लान, जिसमें 188 गाँवों की गोचर और ओरण भूमि को आवासीय और व्यावसायिक उपयोग में शामिल किया गया है, गलत है। उन्होंने तुरंत इसे सुधारने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर गोचर भूमि को मास्टर प्लान से बाहर नहीं किया गया, तो प्रशासन को एक बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ सकता है, जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।




बीडीए आयुक्त का आश्वासन
इस पर बीडीए आयुक्त अपर्णा अरोड़ा ने कहा कि यह मास्टर प्लान स्वायत्त शासन विभाग और राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार ही तैयार किया गया है। हालांकि, उन्होंने इस समस्या का जल्द समाधान खोजने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में गिरिराज खैरीवाल के साथ घनश्याम साध, प्रभुदयाल गहलोत, चंपालाल प्रजापत और अन्य सदस्य मौजूद थे।




