माता काली मंदिर में शतचंडी महायज्ञ और महाप्रसादी संपन्न



बीकानेर, 1 अक्टूबर । सुजानदेसर स्थित माता काली मंदिर में 22 सितंबर से चल रहा पाठात्मक शतचंडी महायज्ञ एवं चण्डीयज्ञ बुधवार, 1 अक्टूबर को संपन्न हो गया। इस नौ दिवसीय अनुष्ठान का समापन महायज्ञ, माता की महाआरती और विशाल महाप्रसादी के साथ हुआ।
हजारों श्रद्धालुओं ने ग्रहण की महाप्रसादी
समापन समारोह: देर रात तक चले कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु—महिलाएं, पुरुष और बच्चे—शामिल हुए। सभी ने कन्या पूजन के बाद महाप्रसादी ग्रहण की।




यज्ञ में आहुति: गहलोत परिवार के सदस्यों और कुटुम्ब के स्नेहीजनों ने महायज्ञ में आहुति देकर विश्व में शांति, देश में अमन, सुख-चैन, राज्य में खुशहाली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीर्घायु होने की कामना की। भाजपा नेता गोपाल गहलोत ने भी सपत्नीक यज्ञ में आहुति दी। इस कार्यक्रम में बीकानेर शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।



नौ दिवसीय अनुष्ठान का विवरण
आयोजन से जुड़े भुवनेश तंवर ने बताया कि 22 सितंबर से 30 सितंबर तक यह अनुष्ठान प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से सायं 6 बजे तक चला।
आचार्यत्व: ज्योतिषाचार्य पं. राजेंद्र किराडू के आचार्यत्व में 21 वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा पाठात्मक शतचंडी महायज्ञ एवं चण्डीयज्ञ संपन्न कराया गया।
कन्या पूजन: इस दौरान प्रतिदिन 251 से अधिक कन्याओं का पूजन और प्रसादी भोजन का आयोजन किया गया, जिसमें यजमान गहलोत परिवार सहित कुटुम्ब के स्नेहीजनों ने भाग लिया।
उत्साह और भक्तिमय माहौल
आयोजनकर्ताओं ने संपूर्ण तन्मयता के साथ आगंतुकों की आवभगत की और महाप्रसादी का भोजन कराया। इस सेवा कार्य में बच्चों ने भी विशेष रूप से भागीदारी निभाई। रंग-बिरंगी रोशनी से सजे मंदिर परिसर के बाहर पूजा सामग्री की दुकानों पर भारी भीड़ रही, जिससे जंगल में मंगल जैसा भक्तिमय माहौल बना रहा।

