वेटरनरी यूनिवर्सिटी बीकानेर के नए कुलगुरु बने डॉ. सुमंत व्यास



बीकानेर, 1 अक्टूबर 2025। बीकानेर के वेटरनरी कॉलेज के पूर्व छात्र डॉ. सुमंत व्यास ने बुधवार शाम को वेटरनरी यूनिवर्सिटी बीकानेर के कुलगुरु (कुलपति) का पदभार ग्रहण कर लिया है। खास बात यह है कि जिस कॉलेज से उन्होंने 1982 में अपनी वेटरनरी की पढ़ाई शुरू की थी, अब वे उसी संस्थान के यूनिवर्सिटी बनने पर सर्वोच्च पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
कुलगुरु पद पर नियुक्ति
नियुक्ति आदेश: राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री हरिभाऊ बागड़े ने राज्य सरकार की सलाह पर डॉ. सुमंत व्यास को इस पद पर नियुक्त किया है।कार्यकाल: उनकी नियुक्ति कार्यभार संभालने की तिथि से तीन वर्ष या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक, इनमें से जो भी पहले हो, के लिए की गई है। कार्यमुक्ति: पदभार ग्रहण करने से पहले, डॉ. व्यास अपने वर्तमान कार्यस्थल शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी), जोधपुर में निदेशक (कार्यवाहक) के पद से बुधवार को ही कार्यमुक्त हुए।




डॉ. व्यास का शैक्षणिक और शोध सफर- डॉ. सुमंत व्यास का पुश्तैनी निवास दम्माणी चौक, बीकानेर है। शिक्षा: उन्होंने अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा कोटा के केंद्रीय विद्यालय से पूरी की। 1982: बीकानेर वेटरनरी कॉलेज में चयन हुआ। 1987: BVSc पूरी की। 1989: MVSc रायबरेली से पूरी कर कोटा में पशु चिकित्सक के रूप में ज्वाइन किया। शोध कार्य: डॉ. व्यास एक प्रतिष्ठित वेटरनरी गायनॉकोलोजिस्ट हैं। 1991: ICAR के बीकानेर उष्ट्र अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक के रूप में उनका चयन हुआ। विशिष्ट विशेषज्ञता: उन्होंने ऊंट में भ्रूण प्रत्यारोपण के विषय पर डॉक्टरेट (Ph.D.) की।



अंतर्राष्ट्रीय पहचान: उनके शोध पत्रों की उपलब्धियों के कारण उन्हें फ्रांस और कजाकिस्तान समेत कई देशों में आमंत्रित किया गया। हालिया पदोन्नति: 2023 में उन्हें ICAR के संस्थान काजरी (जोधपुर) में पशु चिकित्सा विभाग में हेड के रूप में पदोन्नत किया गया, और इसी साल उन्हें काजरी के डायरेक्टर का अतिरिक्त प्रभार भी मिला था।

