कफ सिरप विवाद: राजस्थान सरकार का बड़ा एक्शन, ‘कायसन फार्मा’ की सभी दवाओं पर प्रतिबंध



- 2 साल से छोटे बच्चों को दवा को देने से रोक लगाई; COPD दवाइयों की खरीद-सप्लाई पर नियंत्रण
जयपुर/बीकानेर, 4 अक्टूबर 2025। राजस्थान और मध्य प्रदेश में खांसी के सिरप पीने से कथित तौर पर 12 से अधिक बच्चों की मौत के मामले में राजस्थान सरकार ने बड़ा और सख्त कदम उठाया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने जयपुर स्थित दवा निर्माता कंपनी कायसन फार्मा (Kayson Pharma) द्वारा निर्मित सभी 19 प्रकार की दवाओं की सप्लाई और वितरण पर अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।




कार्रवाई का कारण और आरोप
यह कार्रवाई मुख्य रूप से मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत वितरित किए जा रहे खांसी के सिरप की गुणवत्ता को लेकर सामने आई गंभीर लापरवाही के बाद की गई है।



सैंपल फेल होना: जांच के दौरान, कायसन फार्मा के कुल 10,119 सैंपल में से 42 सैंपल दवाओं के मानक निर्धारण में फेल पाए गए।
ज़हरीले रसायन की आशंका: आशंका जताई जा रही है कि प्रतिबंधित कफ सिरप में डायइथिलीन ग्लाइकॉल (Diethylene Glycol – DEG) जैसे जहरीले रसायन मौजूद हो सकते हैं, जो बच्चों की किडनी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाते हैं।
पुरानी लापरवाही: यह भी खुलासा हुआ है कि इस कंपनी के एक कफ सिरप को वर्ष 2023 में भी गुणवत्ता खराब होने के कारण ब्लैकलिस्ट किया गया था, फिर भी इसे सरकारी टेंडर में शामिल किया गया और मार्केट में बेचा जाता रहा।
डेक्सट्रोमेथोरफन युक्त दवाओं पर भी रोक
स्वास्थ्य विभाग ने कायसन फार्मा की 19 दवाओं के साथ-साथ, सभी कंपनियों की डेक्सट्रोमेथोरफन (Dextromethorphan) नामक साल्ट युक्त दवाओं के वितरण पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी है। डेक्सट्रोमेथोरफन एक ऐसा रसायन है, जिसे आमतौर पर 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए हानिकारक माना जाता है।
ड्रग कंट्रोलर निलंबित, जांच समिति गठित
इस गंभीर मामले में लापरवाही बरतने के आरोपों के बीच राज्य सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए, औषधि नियंत्रक राजाराम शर्मा को मानक निर्धारण प्रक्रिया को प्रभावित करने के आरोप में निलंबित (Suspend) कर दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच और प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके लिए एक विशेषज्ञ समिति का भी गठन किया जाएगा, जो पूरे मामले की बारीकी से जांच करेगी।
फैक्ट्री पर ताला
मामले के सामने आने के बाद जयपुर के सरणाडूंगर स्थित कायसन फार्मा की फैक्ट्री पर ताला लटक गया है और कंपनी के मालिक कथित तौर पर लापता हैं।

