कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा की जयंती पर तीन दिवसीय ‘सृजन सौरम’ समारोह



बीकानेर, 4 अक्टूबर । बीकानेर के ख्यातनाम साहित्यकार, चिंतक, रंगकर्मी और शिक्षाविद् कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा की 92वीं जयंती के अवसर पर तीन दिवसीय भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। ‘सृजन सौरम-हमारे बाऊजी’ नामक यह समारोह 10, 11 और 12 अक्टूबर को स्थानीय नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन-सदन में आयोजित होगा।




नवाचार: कविताओं का आठ भाषाओं में अनुवाद वाचन
समारोह संयोजक वरिष्ठ शायर क़ासिम बीकानेरी ने बताया कि आयोजन का पहला दिन, 10 अक्टूबर (शुक्रवार), एक महत्त्वपूर्ण नवाचार के साथ शुरू होगा। शाम 6 बजे, कीर्तिशेष लक्ष्मीनारायण रंगा की चर्चित कविताओं का आठ भारतीय भाषाओं में अनुवादित रूप में वाचन किया जाएगा।



प्रथम दिन के मुख्य आकर्षण। मुख्य वक्ता: वरिष्ठ आलोचक एवं शिक्षाविद् डॉ. उमाकांत गुप्त, जो रंगा के विराट व्यक्तित्व और कृतित्व पर संक्षिप्त में अपनी बात रखेंगे। अनुवाद वाचन: संस्कृत: श्रीमती इला पारीक। मैथिली-मगही: डॉ. चंचला पाठक। अंग्रेजी: पुनीत कुमार रंगा। उर्दू: क़ासिम बीकानेरी। बंगाली: पूर्णिमा मित्रा। राजस्थानी: जुगल किशोर पुरोहित। राजस्थानी से हिन्दी: युवा कवि विप्लव व्यास। सिंधी: पीताम्बर सोनी।
काव्य संध्या और जयंती गतिविधियां
सहसंयोजक राजेश रंगा और गिरिराज पारीक ने समारोह के आगामी दिनों की जानकारी दी। दूसरा दिन (11 अक्टूबर, शनिवार): शाम 6 बजे, कीर्तिशेष रंगा को समर्पित एक विशेष काव्य संध्या आयोजित की जाएगी। इसमें नगर के तीन पीढ़ी के रचनाकार आमंत्रित हैं, जो अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का वाचन करेंगे। तीसरा दिन (12 अक्टूबर, रविवार): जयंती के अवसर पर प्रातःकाल पौधारोपण किया जाएगा तथा गायों को चारा व गुड़ आदि का वितरण किया जाएगा।

