वेटरनरी विश्वविद्यालय (RAJUVAS) की नई पहल: कौशल विकास और उत्कृष्टता



बीकानेर, 15 अक्टूबर। वेटरनरी विश्वविद्यालय (RAJUVAS) ने युवाओं और पशुपालकों के लिए कौशल विकास और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई नई पहलें शुरू की हैं, साथ ही विश्वविद्यालय के शिक्षकों और शोधकर्ताओं को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है।
कौशल विकास केंद्र: उद्यमशीलता प्रशिक्षण का शुभारंभ
वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा कौशल विकास केन्द्र के अन्तर्गत उद्यमशीलता प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए ब्रोशर का विमोचन कुलगुरु डॉ. सुमन्त व्यास ने किया।




उद्देश्य: युवाओं, प्रगतिशील किसानों, पशुपालकों और विद्यार्थियों को पशुपालन के क्षेत्र में व्यावहारिक ज्ञान और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना, ताकि वे अपना उद्यम शुरू कर सकें।



प्रशिक्षण क्षेत्र: शुरू में बकरी, मुर्गी व डेयरी के क्षेत्र में 7 दिवसीय प्रशिक्षण बीकानेर मुख्यालय पर आरंभ किए जाएँगे। बाद में यह योजना क्षेत्र विशेष की मांग पर विश्वविद्यालय के अन्य केंद्रों पर भी लागू की जाएगी।
शामिल विषय: उन्नत आवास प्रबंधन, उन्नत प्रजनन तकनीकें, रोग एवं पोषण प्रबंधन, और डेयरी, बकरी, पोल्ट्री तथा अन्य पशु प्रजातियों में सम्नवित कृषि पद्धतियाँ।
कुलगुरु द्वारा पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरणसर का निरीक्षण
कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरणसर का निरीक्षण किया और केंद्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिनमें एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming System), प्रयोगशाला और किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने प्रयोगशाला में चल रही पशु रोग निदान और दूध गुणवत्ता की जाँचों का भी निरीक्षण किया।
शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को राष्ट्रीय सम्मान
वेटरनरी विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय मंचों पर उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान प्राप्त किया है:
1. “एक्सटेंशन साईंटिस्ट” अवार्ड (डॉ. देवीसिंह)
पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के सह-आचार्य डॉ. देवीसिंह को महू (मध्यप्रदेश) में आयोजित “सोसायटी फॉर वेटरनरी एण्ड एनिमल हसबेंडरी एक्सटेंशन” की 7वीं राष्ट्रीय सेमिनार में “एक्सटेंशन साईंटिस्ट” अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें प्रसार शिक्षा में उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया गया।
2. “डॉ. बी.पी. जोशी” अवॉर्ड (डॉ. जे.पी. कछावा)
नानाजी देशमुख वेटरनरी विश्वविद्यालय, जबलपुर में आयोजित वी.आई.पी.एम.कॉन.-2025 में, पशुचिकित्सा औषधि विभाग के सहायक आचार्य डॉ. जे.पी. कछावा को “डॉ. बी.पी. जोशी” अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसी विभाग के डॉ. मनोहर सेन को पशुचिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशंसा पत्र दिया गया।
विद्यार्थी पुरस्कार: विभाग की छात्राएँ भी सम्मानित हुईं—सोनाली सहरावत (वाइल्ड लाइफ सत्र में प्रथम), रचना सोन (कंपेनियन एनिमल मेडिसिन में प्रथम), तथा अनन्या परिहार (द्वितीय पुरस्कार)। यह सम्मेलन “जलवायु संकट में पशुचिकित्सा में क्रांति पशु स्वास्थ्य के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग” विषय पर आयोजित हुआ था।

