ईसीबी में पाँच दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ


- AI और मशीन लर्निंग में सुरक्षा पर मार्गदर्शन
बीकानेर, 24 नवंबर । इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय (BTU) के संयुक्त तत्वावधान में इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ECB) में सूचना सुरक्षा एवं शिक्षा जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत पाँच दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ। यह प्रशिक्षण सत्र 28 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम का मुख्य विषय “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) व मशीन शिक्षण में सुरक्षा एवं साइबर–भौतिक प्रणालियों की संरक्षण व्यवस्था” है। इसका उद्देश्य तकनीकी समुदाय को उभरते डिजिटल जोखिमों और AI आधारित सुरक्षा के उन्नत ज्ञान से सशक्त बनाना है।



उद्घाटन सत्र और मुख्य अतिथि
उद्घाटन सत्र में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम सिटी) श्री रमेश देव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने बढ़ते साइबर अपराधों को गंभीर चुनौती बताते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम समाज में डिजिटल सतर्कता बढ़ाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ECB के सहयोग से आमजन के लिए भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।



महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ओमप्रकाश जाखड़ ने जोर दिया कि आधुनिक तकनीकी युग में अभियंताओं का कर्तव्य केवल नवाचार तक सीमित नहीं है, बल्कि सुरक्षित एवं जिम्मेदार डिजिटल समाज के निर्माण में उनका योगदान अनिवार्य है। मुख्य परियोजना अधिकारी श्री राजकुमार चौधरी ने परियोजना की प्रगति और चल रहे अनुसंधान कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
देश के शीर्ष विशेषज्ञ देंगे मार्गदर्शन
इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों—भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) जम्मू एवं मुंबई और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) कालीकट—के प्रख्यात विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। विशेषज्ञ, जिनमें डॉ. यमुना प्रसाद, डॉ. सत्यदेव अहलावत, डॉ. चंद्रमणि चौधरी और प्रो. वीरेंद्र सिंह शामिल हैं, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित सुरक्षा, शत्रुतापूर्ण आक्रमण (Adversary Attack), तथा साइबर–भौतिक प्रणालियों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन तकनीकी सत्र प्रदान करेंगे।
कार्यक्रम में सह–परियोजना अधिकारी डॉ. अजय चौधरी एवं डॉ. राहुल राज चौधरी सहित अन्य संकाय सदस्यों की उपस्थिति रही। बड़ी संख्या में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन प्रतिभागियों की सहभागिता ने कार्यक्रम को सफल और प्रभावी बनाया।








