मुमुक्षु खुशी की दीक्षा 8 फरवरी को: गंगाशहर तेरापंथ भवन में होगा अभिनंदन


गंगाशहर, 17 दिसंबर। जैन धर्म के आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर होते हुए राजगढ़ की मुमुक्षु खुशी आगामी 8 फरवरी को संयम पथ अंगीकार करेंगी। उनकी दीक्षा आचार्य श्री महाश्रमण जी के पावन कर-कमलों द्वारा लाडनूँ में आयोजित होगी। इसी उपलक्ष्य में, बुधवार को मुमुक्षु खुशी ने गंगाशहर तेरापंथ भवन पहुँचकर उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमल कुमार जी के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। तेरापंथी सभा गंगाशहर द्वारा गुरुवार को प्रवचन कार्यक्रम के दौरान मुमुक्षु खुशी का भव्य अभिनंदन और बहुमान किया जाएगा।


तपस्या का दौर: श्रावकों ने लिए पचखान
तेरापंथी सभा गंगाशहर के मंत्री जतनलाल संचेती ने बताया कि मुनिश्री कमल कुमार जी के सान्निध्य में धर्म चर्चा के साथ-साथ तपस्या का प्रवाह भी निरंतर जारी है। बुधवार को कई श्रावकों ने कठिन तपस्या के संकल्प (पचखान) लिए:


मुनिश्री नमि कुमार जी: 30 की तपस्या। ,सुरेंद्र भूरा: 26 की तपस्या। ,सुश्री आंचल बैद: 14 की तपस्या।
इसके साथ ही, तेरापंथी सभा के उपाध्यक्ष पवन छाजेड़ ने भी 11 की तपस्या के पचखान ग्रहण किए। मुनिश्री द्वारा छाजेड़ की इस निर्जरा भावना का काव्यात्मक शैली में बहुमान किया जाएगा।
लाडनूँ में होगा मुख्य दीक्षा समारोह
मुमुक्षु खुशी की दीक्षा ‘योगक्षेम वर्ष’ के प्रारंभ के बाद होने वाली प्रमुख दीक्षाओं में से एक है। आचार्य श्री के सान्निध्य में लाडनूँ (नागौर) में होने वाले इस समारोह को लेकर समाज के लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। मुनिश्री कमल कुमार जी के दर्शनार्थ पहुँची मुमुक्षु के स्वागत में गंगाशहर का संपूर्ण तेरापंथ समाज एकजुट नज़र आ रहा है।








