मोटापा, हार्ट अटैक और कोलेस्ट्रॉल जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं पर गहन मंथन


बीकानेर, 21 दिसम्बर। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित राजस्थान चैप्टर का वार्षिक सम्मेलन ‘राजएपिकॉन 2025’ रविवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। दो दिनों तक चले इस प्रतिष्ठित आयोजन के अंतिम दिन विशेषज्ञों ने मोटापा, हार्ट अटैक और कोलेस्ट्रॉल जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं पर गहन मंथन किया। सम्मेलन में न केवल अनुभवी चिकित्सकों ने अपने अनुभव साझा किए, बल्कि युवा डॉक्टर्स के लिए आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों पर केंद्रित कार्यशालाएं (Workshops) भी आयोजित की गईं।


आधुनिक तकनीक और चिकित्सा पर चर्चा सम्मेलन के दूसरे दिन मुख्य आकर्षण जयपुर की डॉ. अंकिता अनेजा द्वारा संचालित कार्यशाला रही, जिसमें उन्होंने इंसुलिन देने के आधुनिक उपकरणों और ‘कंटीन्यू ग्लूकोज मॉनिटरिंग सिस्टम’ के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही, विशेषज्ञों ने वयस्कों के लिए आवश्यक टीकाकरण (Vaccination) और शुगर के मरीजों में होने वाली ‘सारकोपिनिया’ (मांसपेशियों का नुकसान) जैसी स्थितियों पर विस्तार से व्याख्यान दिए। कोटा मेडिकल कॉलेज की डॉ. मीनाक्षी सारड़ा ने हार्ट अटैक के शुरुआती निदान और उसके प्रभावी उपचार पर अपनी बात रखी, जिसे उपस्थित चिकित्सकों ने काफी सराहा।


मोटापे और कोलेस्ट्रॉल के लिए नए नवाचार सम्मेलन के दौरान मोटापे की बढ़ती समस्या पर एक विशेष ‘पैनल डिस्कशन’ आयोजित किया गया। डॉ. एस.के. शर्मा ने बताया कि चिकित्सा विज्ञान में अब मोटापा कम करने के लिए नए प्रभावी इंजेक्शन उपलब्ध हैं, जो उपचार की दिशा बदल सकते हैं। वहीं, उदयपुर के डॉ. गिरीश वर्मा ने कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी बीमारियों की नवीन जानकारियों को साझा किया। शोध के क्षेत्र में योगदान देने वाले युवा डॉक्टरों के लिए ‘फ्री पेपर प्रेजेंटेशन’ का आयोजन भी किया गया, जिसमें विजेताओं को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
ऐतिहासिक सफलता और बीकानेर का आतिथ्य एस.पी. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र कुमार ने इस आयोजन को ऐतिहासिक रूप से सफल करार दिया। उन्होंने कहा कि देश-प्रदेश से आए विशेषज्ञों ने मेडिकल क्षेत्र के नवाचारों से स्थानीय चिकित्सकों को अवगत कराया है। सम्मेलन के अंत में आयोजन सचिव डॉ. परमेन्द्र सिरोही, डॉ. कुलदीप सैनी और डॉ. मनोज माली ने सभी सहयोगी टीमों और फार्मा कंपनियों का आभार व्यक्त किया। बाहर से आए अतिथियों ने भी बीकानेर की मेहमाननवाजी और यहां के पारंपरिक खान-पान की खुले दिल से प्रशंसा की।








