राजस्थान में वसूली करने पहुंची हरियाणा पुलिस की दो टीमें गिरफ्त में आईं


SI की कार से 6 लाख बरामद, ASI रिश्वत लेते गिरफ्तार


कुचामन/जोधपुर, 21 दिसंबर। राजस्थान में अपराधियों की धरपकड़ करने आई हरियाणा पुलिस की दो अलग-अलग टीमें खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी पाई गई हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने शनिवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए डीडवाना-कुचामन और जोधपुर में हरियाणा पुलिस के अधिकारियों को अवैध वसूली और रिश्वतखोरी के आरोपों में घेरा है। इन दोनों कार्रवाइयों में कुल 9 लाख रुपये की संदिग्ध राशि का मामला सामने आया है।


कुचामन में SI की गाड़ी से 6 लाख बरामद अजमेर एसीबी की टीम को इनपुट मिला था कि सिरसा थाने की साइबर क्राइम टीम राजसमंद इलाके से वसूली कर लौट रही है। नाकेबंदी के दौरान कुचामन सिटी के त्रिशिंगिया में हरियाणा नंबर की कार (HR 24 GV 2222) को रोका गया। कार में सिरसा साइबर थाने के सब-इंस्पेक्टर (SI) सुरेंद्र सिंह सवार थे। तलाशी के दौरान गाड़ी से 6 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई। जब एसीबी ने इस राशि के स्रोत के बारे में पूछा, तो पुलिस अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। एसीबी ने राशि जब्त कर रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है।
जोधपुर में ASI 3 लाख लेते रंगे हाथों गिरफ्तार इससे कुछ ही देर पहले जोधपुर में एसीबी की ग्रामीण इकाई ने एक और बड़ी सफलता हासिल की। गुरुग्राम क्राइम ब्रांच के सहायक उप-निरीक्षक (ASI) प्रवीण को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। एसीबी महानिदेशक गोविंद गुप्ता ने बताया कि प्रवीण ने एक वाहन चोरी के मामले में आरोपी को रिमांड के दौरान परेशान न करने और केस में मदद करने के बदले यह राशि मांगी थी। पीड़ित के मामा गुरुग्राम पुलिस की कस्टडी में थे और टीम उन्हें अनुसंधान के लिए जोधपुर लेकर आई थी, जहां यह सौदा तय हुआ।
खाकी पर सवाल: हरियाणा से राजस्थान तक फैला जाल एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस सोनी ने बताया कि शिकायत के सत्यापन के बाद ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। हरियाणा पुलिस की इन दोनों टीमों के खिलाफ राजस्थान एसीबी अब कड़ा रुख अपना रही है। जहां एक ओर एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं कुचामन में बरामद हुई 6 लाख की राशि को संदिग्ध मानते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। यह कार्रवाई उन पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी चेतावनी है जो जांच के नाम पर दूसरे राज्यों में जाकर अवैध वसूली को अंजाम देते हैं।








