प्रभारी मंत्री और कलेक्टर के बीच तीखी झड़प


मंत्री संजय शर्मा बोले— ‘चोरों को बचाओ मत’, डीएम ने कहा— ‘आप ही कर लो’


सीकर/जयपुर, 23 दिसम्बर। राजस्थान के सीकर में मंगलवार को आयोजित ‘सेवा शिविर’ उस समय अखाड़े में तब्दील हो गया, जब जिले के प्रभारी मंत्री संजय शर्मा और जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा के बीच सरेआम बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि मंत्री ने हाथ में लिए कागज मेज पर पटक दिए और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिविर बीच में ही छोड़कर जयपुर के लिए रवाना हो गए। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें दोनों के बीच की तल्खी साफ देखी जा सकती है।


कुर्सियां खाली देख भड़के मंत्री, अधिकारियों को लगाई फटकार दोपहर करीब 2 बजे प्रभारी मंत्री संजय शर्मा अचानक शहरी सेवा शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां कर्मचारियों की खाली कुर्सियां और अव्यवस्था देखकर वे बिफर गए। जब उन्होंने नगर परिषद के अधिकारियों से कार्यों की सूची मांगी, तो अधिकारी मोबाइल में लिस्ट दिखाने लगे। इस पर मंत्री ने सख्त लहजे में कहा, “मजाक समझ रखा है क्या? मैं मंत्री हूँ, प्रिंट आउट लेकर आओ।” करीब 20 मिनट देरी से पहुंचे कलेक्टर मुकुल शर्मा ने जब नगर परिषद के स्टाफ का पक्ष लेना चाहा, तो मंत्री और नाराज हो गए।
‘चोरों को प्रोटेक्शन न दें कलेक्टर साहब’ बहस के दौरान जब कलेक्टर ने अधिकारियों की बात सुननी चाही, तो मंत्री संजय शर्मा ने दो टूक कहा, “इन चोरों को प्रोटेक्शन देने की जरूरत नहीं है कलेक्टर साहब।” मंत्री ने भ्रष्टाचार और अवैध निर्माण की शिकायतों का हवाला देते हुए कहा कि आमजन की सुनवाई नहीं हो रही है। एक पीड़ित महिला अन्नू देवी की शिकायत सुनकर मंत्री ने कलेक्टर से कहा, “देख लो ये हालात हैं, अब मैं इसकी एप्लिकेशन लेकर जयपुर जा रहा हूँ।” बहस के चरम पर कलेक्टर ने भी तल्खी दिखाते हुए कहा कि “आप ही कर लो”, जिसके बाद मंत्री ने कागज फेंके और वहां से निकल गए।
मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेंगे मंत्री मीडिया से बातचीत में प्रभारी मंत्री ने कहा कि वे सीकर की इन बदहाल व्यवस्थाओं की रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंपेंगे। गौरतलब है कि प्रभारी मंत्री के जाने के महज 10 मिनट बाद यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा भी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर ने उन्हें पूरे वाकये की जानकारी दी, जिसके बाद मंत्री खर्रा ने फोन पर संजय शर्मा से बात की। इस हाई-प्रोफाइल विवाद ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में सीकर नगर परिषद के कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।








