गौशाला अनुदान और गोचर भूमि अधिग्रहण के विरोध में बड़ी बैठक



बीकानेर, 4 अक्टूबर। बीकानेर गौशाला संघ ने गौशालाओं को आर्थिक सहायता न मिलने, सरकारी उत्पीड़न और गोचर/ओरण भूमि के अधिग्रहण के विरोध में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन करने की घोषणा की है। यह बड़ी बैठक 8 अक्टूबर 2025 को दोपहर 11:00 बजे स्थानीय पुन्यानंद आश्रम, जैसलमेर रोड पर आयोजित की जाएगी, जिसमें बड़े जन आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
11 माह से अनुदान नहीं मिलने से गौशालाएँ संकट में
संघ के महामंत्री निरंजन सोनी ने बताया कि गौशालाओं को आर्थिक सहायता का अनुदान मिले 11 माह बीत चुके हैं। अनुदान न मिलने के कारण गौशालाएँ गंभीर आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं और उन्हें गोवंश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक ओर गौशालाओं को आर्थिक मदद नहीं मिल रही, वहीं सरकार उन पर नई-नई योजनाएँ थोंपकर और बिना कारण प्रताड़ित कर रही है। 8 अक्टूबर की बैठक में एक ऐसी व्यापक जन आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी, जिससे गौशालाओं को सरलता से अनुदान मिल सके और उनका उत्पीड़न बंद हो।




गोचर भूमि अधिग्रहण का कड़ा विरोध
गौ ग्राम सेवा संघ के महेंद्र सिंह लखासर ने बीकानेर विकास प्राधिकरण (BDA) द्वारा भूमि अधिग्रहण किए जाने का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने बताया कि बीडीए द्वारा बीकानेर जिले के 188 ग्रामों सहित शहर की 40,000 बीघा गोचर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। गौशाला संघ इसे गोवंश व असंख्य जीव-जंतुओं के हितों पर कुठाराघात मानता है। उन्होंने कहा कि यह भूमि गोवंश के काम आ रही है, और बीडीए द्वारा इसका उपयोग बेचने के लिए करना सरासर गलत है। इस बैठक में इस अधिग्रहण को रोकने के लिए भी बड़े आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। आज की बैठक में बीकानेर गौशाला संघ के कई पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे, जिन्होंने आगामी आंदोलन की तैयारियों पर चर्चा की।




