डोटासरा ने कल्ला परिवार जाकर शोक नहीं जताया तो बीकानेर शहर संगठन-महासचिव का पद से त्यागपत्र



बीकानेर, 28 सितंबर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा का बीकानेर दौरा विवादों में घिर गया है। पार्टी की शहर इकाई के संगठन महामंत्री नितिन वत्सस ने डोटासरा पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और इसकी सूचना शहर अध्यक्ष को पत्र लिखकर दी है।
शोक व्यक्त न करने पर नाराजगी
वत्सस की नाराजगी का मुख्य कारण यह था कि प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा बीकानेर आने के बावजूद, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष जनार्दन कल्ला की धर्मपत्नी और पूर्व मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला की भाभी के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके निवास पर नहीं गए।




जानकारी के अनुसार, डोटासरा आज दोपहर बीकानेर पहुँचे और सीधे पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के निवास पर गए, जहाँ उन्होंने डूडी की कुशलक्षेम पूछी। पिछले कुछ दिनों से डूडी की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और वे बीकानेर में ही हैं। डॉ. बी.डी. कल्ला भी डोटासरा के साथ ही डूडी के आवास पर पहुँचे थे। कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि डूडी से मिलकर डोटासरा डॉ. कल्ला के निवास पर भी जाएँगे, लेकिन इसके विपरीत डोटासरा वापस जयपुर के लिए रवाना हो गए।




‘कार्यकर्ताओं को गलत संदेश’ बताकर इस्तीफा
शहर संगठन महामंत्री नितिन वत्सस ने पार्टी के जिला अध्यक्ष यशपाल गहलोत को भेजे अपने त्यागपत्र में लिखा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी जातिगत भेदभावपूर्ण व्यवहार नहीं करती और शोक संतप्त परिवार के साथ हमेशा खड़ी रही है। वत्सस ने आरोप लगाया, “बीकानेर में कांग्रेस का पर्याय माने जाने वाले जनार्दन कल्ला आज शोक संतप्त हैं और मुखिया होने के नाते डोटासरा का दायित्व था कि वे बीकानेर आए तो कल्ला के यहाँ भी जाना चाहिए था। इससे कार्यकर्ताओं को एक अच्छा संदेश जाता।” उन्होंने सवाल उठाया कि जब वरिष्ठ नेताओं (जनार्दन कल्ला व बी.डी. कल्ला) के साथ इस तरह का व्यवहार हो सकता है, तो कांग्रेस का आम कार्यकर्ता क्या सोचेगा? इसी कारण उन्होंने पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया है।

