बीकानेर 50 साल बाद फिर गूंजी हंसी-ठिठोली


- श्री जैन कॉलेज के 1975 बैच ने मनाया स्वर्ण जयंती स्नेह मिलन
बीकानेर, 21 दिसम्बर। वक्त के पहिए ने भले ही पांच दशक का सफर तय कर लिया हो, लेकिन मित्रता की डोर आज भी उतनी ही मजबूत है। रविवार को श्री जैन पी.जी. कॉलेज के एम.कॉम. 1975 बैच के पूर्व छात्रों ने अपने शिक्षण काल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ‘स्वर्ण जयंती समारोह’ का भव्य आयोजन किया। जीवन के सात दशक देख चुके ये पूर्व छात्र जब एक-दूसरे से मिले, तो माहौल कॉलेज के दिनों जैसी हंसी-ठिठोली और पुरानी यादों से सराबोर हो गया।बैच में मेघराज -शारदा बोथरा भी शामिल हुए।


यह मिलन समारोह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यादों का एक जीवंत दस्तावेज साबित हुआ। आयोजकों ने बताया कि 1975 का यह बैच कॉलेज के इतिहास में मील का पत्थर रहा है, क्योंकि उस वर्ष राजस्थान विश्वविद्यालय की वरीयता सूची (मेरिट) में इस बैच के कई छात्रों ने स्थान पाकर संस्थान का गौरव बढ़ाया था। इसी ऐतिहासिक उपलब्धि को याद करते हुए बैच के मेधावी छात्रों—केशरदेव शर्मा, प्रकाशचंद सेठिया, बाबूलाल सोनी और शिवप्रकाश दरगड़ को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।


समारोह के दौरान खुशी के पलों के साथ एक भावुक क्षण वह भी आया जब बिछड़ चुके साथियों को याद किया गया। बैच के कुल 50 विद्यार्थियों में से 11 साथी अब इस दुनिया में नहीं हैं, जिनकी स्मृति में सभी पूर्व छात्रों ने दो मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम का समापन भविष्य में भी इसी तरह जुड़ाव बनाए रखने और सामाजिक सरोकारों में योगदान देने के संकल्प के साथ हुआ। यह आयोजन इस बात का गवाह बना कि उम्र के पड़ाव चाहे जो भी हों, छात्र जीवन के अनुभव हमेशा हृदय के करीब रहते हैं।








