छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग पर कलेक्ट्रेट का घेराव: सुंदर बैरड़ के नेतृत्व में छात्रों का प्रदर्शन



बीकानेर, 13 अगस्त। छात्र संघ चुनावों की बहाली की मांग को लेकर एनएसयूआई (NSUI) के पूर्व जिलाध्यक्ष सुंदर बैरड़ के नेतृत्व में छात्रों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। स्थानीय गांधी पार्क से शुरू हुई ‘छात्र चेतना यात्रा’ में छात्रों ने पैदल मार्च निकालकर अपनी आवाज़ बुलंद की।
छात्रों की मुख्य मांगें और नेताओं के बयान
छात्रों की मुख्य मांग है कि लंबे समय से छात्र संघ चुनावों पर लगी रोक हटाई जाए। उनका तर्क है कि इस रोक के कारण छात्रों की लोकतांत्रिक भागीदारी और उनकी समस्याओं को सही मंच नहीं मिल पा रहा है। सुंदर बैरड़ ने सरकार और प्रशासन से तत्काल छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग की।
सुंदर बैरड़ ने दोहराया कि छात्र संघ चुनाव न होने से छात्रों की आवाज़ को मंच नहीं मिल रहा है, जिससे कॉलेज में फीस, हॉस्टल, लाइब्रेरी, सुरक्षा, कैंटीन जैसे मुद्दों को छात्र संघ प्रशासन के सामने प्रभावी ढंग से नहीं रख पा रहा है।




इस अवसर पर एनएसयूआई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा, “यह केवल चुनाव की लड़ाई नहीं, बल्कि छात्रों की आवाज़ और उनके अधिकारों की बहाली की लड़ाई है। अगर सरकार ने जल्द ही चुनाव की घोषणा नहीं की, तो यह आंदोलन पूरे राज्य में और तेज़ होगा।”
नोखा विधायक सुशीला डूडी ने कहा कि छात्र संघ चुनाव छात्रों को लोकतंत्र की बुनियादी समझ और उसमें भाग लेने का वास्तविक मौका देते हैं, जिससे वे भविष्य में अच्छे नागरिक और जागरूक मतदाता बनते हैं।
देहात कांग्रेस अध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने बताया कि छात्र संघ चुनावों के माध्यम से छात्रों में नेतृत्व, निर्णय लेने, संवाद और टीम वर्क जैसे जीवन के लिए ज़रूरी गुण विकसित होते हैं।


प्रदर्शन में शामिल प्रमुख छात्र नेता
संगठन महामंत्री मार्शल प्रहलाद सिंह ने बताया कि इस प्रदर्शन में अभिषेक रॉयल, राजपाल कुलहरि, बीरबल मुण्ड, पूनमचन्द भाम्भू, महेंद्र चौधरी, विश्वास सांगवान, श्रीकिशन गोदारा, अशोक बुड़िया, तोलाराम सियाग, अशोक मेघवाल, जीतेन्द्र कस्वां, दीपक चौधरी, मुनीराम बैरड़, सुरेश जाखड़, हंसराज गोदारा, मुरली गोदारा, सीताराम डूडी, सुनील डूडी, सुरेन्द्र जाखड़, श्रवण जाखड़, रोहित बाना, मुरली गोदारा सहित सैकड़ों छात्र नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
क्या सरकार छात्रों की इस मांग पर ध्यान देगी और जल्द ही छात्र संघ चुनावों की बहाली की घोषणा करेगी?