पर्यावरण और विकास सिक्के के दो पहलू- संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान में दिया संदेश



बीकानेर, 9 अगस्त। रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा ने कहा कि वर्तमान में प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण एवं विकास समय की सबसे बड़ी मांग है। उन्होंने उपस्थित उद्यमियों, व्यापारियों और सामाजिक संगठनों से अपील की कि हर नागरिक को अपने घर और अपनी औद्योगिक इकाई के सामने कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए, ताकि शहर और कार्यस्थलों का वातावरण हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त हो सके। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि लगाए गए पौधों का तब तक पालन-पोषण करना आवश्यक है, जब तक वे तरुण अवस्था में न आ जाएँ।




धरती माँ का श्रृंगार और शुद्ध हवा का संकल्प
वृक्ष मित्र बालसंत छेल बिहारी जी महाराज ने कहा कि धरती हमारी माँ है और हर नागरिक को अपनी माँ का कर्ज़ चुकाने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि इस धरती माँ का वृक्षारोपण कर श्रृंगार करें। ड्यूस बैंक फ्लोरिडा (यूएस) के वाइस प्रेसीडेंट पंकज ओझा ने बीकानेर को विकसित देशों की तर्ज पर साफ़-सुथरा और हरा-भरा बनाने का संकल्प लेने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि यदि हमें प्राणदायिनी शुद्ध हवा चाहिए तो कम से कम एक पेड़ लगाना और दूसरों को इसके लिए जागरूक करना आवश्यक है।


उद्योग संघ ने किया अपील और पहल
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने कहा कि एक पेड़ लगाना एक धर्मशाला खोलने जितना पुण्य का काम है। उन्होंने सभी औद्योगिक इकाइयों से अपील की कि वे अपनी इकाइयों के सामने एक पेड़ अवश्य लगाएँ। भविष्य में पानी की समस्या को देखते हुए, उन्होंने इकाइयों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की भी स्थापना करवाने का सुझाव दिया।
रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र में मॉडल के रूप में विकास
पर्यावरण प्रेमी शिवराज विश्नोई ने बताया कि उनके जन्मदिन के अवसर पर रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र की गली नंबर 7 को गोद लिया गया है, जहाँ 81 पेड़ लगाए जा रहे हैं। उन्होंने इन पेड़ों के भरण-पोषण की ज़िम्मेदारी स्वयं लेने की बात कही और यह भी बताया कि रानीबाजार की रोड नंबर 7 के साथ-साथ पूरे औद्योगिक क्षेत्र को एक मॉडल के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जाएगा।
इस अवसर पर दिलीप पुरी, विनोद बाफना, हनुमान झंवर, मनीष सिपानी , नरेश सुराणा, कमल बोथरा, सिद्धार्थ सुराणा, मुकेश बन, सुधा आचार्य, सुभाष, जगदीश विश्नोई, फाल्गुन मित्तल, मनोज सोनावत, किशन मूंधड़ा, मुकेश छीम्पा, जीवनमल उपाध्याय सहित औद्योगिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। यह पहल बीकानेर में हरित और स्वच्छ वातावरण के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।