राजस्थान में भारी बारिश का कहर: कई जिलों में रेड अलर्ट, जनजीवन अस्त-व्यस्त



बीकानेर में झमाझम बारिश से सड़कें डूबी, लगा लंबा ट्रैफिक जाम




जयपुर/बीकानेर, 24 अगस्त 2025 – राजस्थान में मानसून ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाया है, जिससे कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जयपुर, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, झालावाड़, बारां, अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक और दौसा में रेड या ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रमुख शहरों में स्थिति
कोटा और बूंदी: यहाँ हालात सबसे गंभीर हैं, जहाँ रेड अलर्ट जारी है। सेना की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और टोंक के पास जयपुर-कोटा हाईवे पर यातायात रोक दिया गया है। बूंदी में रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी बह जाने से कई ट्रेनें रुकी हुई हैं। जयपुर: भारी बारिश के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनों को री-शेड्यूल या डायवर्ट किया गया है। करौली: जिले के पांचना सहित सभी बड़े बांध पूरी तरह से भर गए हैं। बीकानेर: शहर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। देशनोक, नापासर और अमरसिंहपुरा जैसे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं, जहाँ सड़कों पर 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है। सीवरेज लाइनों से भी पानी बाहर आने लगा है।


आम जनजीवन पर असर
यातायात: जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक और दौसा में तेज बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे आवागमन बाधित हुआ है। बीकानेर में भी डेढ़ किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लगा है।
सुरक्षा: बीकानेर में नगर निगम ने 100 से अधिक जर्जर मकानों पर नोटिस चिपकाए हैं, जिनके गिरने का खतरा बढ़ गया है।
किसानों को राहत: हालांकि बारिश ने शहरी जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हुई अच्छी बारिश से किसानों के मुरझाए चेहरों पर खुशी लौट आई है, क्योंकि फसलों को जीवनदान मिला है।
प्रशासनिक कदम: कई जिलों में स्कूल और परीक्षाएँ रद्द कर दी गई हैं। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है।

बीकानेर, 24 अगस्त। बीकानेर में रविवार की सुबह हुई तेज बारिश ने शहर की सड़कों को जलमग्न कर दिया, जिससे दो एम्बुलेंस समेत कई वाहन फंस गए और करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। इस बारिश से देशनोक में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए, और सीवरेज से पानी बाहर आने लगा।
शहर में जलभराव और ट्रैफिक जाम
सुबह दस बजे महज दस मिनट की तेज बारिश ने शहर के मुख्य मार्गों को नाला बना दिया। कोटगेट, केईएम रोड और पुरानी गिन्नाणी में पानी भर गया। एमएस कॉलेज के पास दोनों तरफ करीब एक किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। गंगाशहर – भीनासर -सुजानदेसर में पानी के तेज बहाव से सबकुछ जाम हो गया। पर्युषण में प्रवचन स्थलों पर श्रद्धालुगण फंस गए और घंटो घर जाने का इंतजार करना पड़ा। चरित्रात्माओं के लिए भिक्षा के लिए जाना संभव नहीं हो पारहा था। अनेक साधू – साध्वियों को आज निराहार रहना पड़ा।
ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से राहत
शहर के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में रात से ही बारिश हो रही है। नापासर में सड़कें जलमग्न हो गईं और लूणकरणसर में नेशनल हाईवे पर वाहनों को रुकना पड़ा। हालांकि, इस बारिश से किसानों को बड़ी राहत मिली है, जिनकी मुरझाती फसलों को जीवनदान मिला है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने शनिवार को बीकानेर में 4.7 एमएम बारिश दर्ज की है। नोखा में 50 एमएम, श्रीडूंगरगढ़ में 6 एमएम और छत्तरगढ़ में 3 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। विभाग ने 29 अगस्त तक मध्यम और तेज बारिश की संभावना जताई है, जिसके साथ मेघ गर्जन और बिजली भी गिर सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 28 अगस्त का वर्षात का दौर जारी रहेगा।