सर्दियों में बढ़ रहे पथरी और प्रोस्टेट के मरीज, डॉक्टर की सलाह- दिन में 3 से 4 लीटर पानी पीना जरूरी


जोधपुर, 24 नवंबर । जोधपुर के मथुरादास माथुर (एमडीएम) हॉस्पिटल के यूरोलॉजी विभाग की ओपीडी में इन दिनों पथरी (किडनी स्टोन), प्रोस्टेट और गुर्दे के कैंसर की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। खासकर सर्दियों में पेशाब रुकने जैसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही हैं।
गुर्दा फेल होने का प्रमुख कारण पथरी
विभागाध्यक्ष डॉ. गोवर्धन चौधरी ने बताया कि किडनी स्टोन यानी पथरी गुर्दा फेल होने का सबसे बड़ा कारण है। यद्यपि शराब, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर भी किडनी डैमेज के कारण होते हैं, लेकिन पथरी प्रमुख बनी हुई है। ओपीडी में हर दिन करीब 125 से 150 मरीज उपचार के लिए पहुँच रहे हैं, जिनमें पथरी और प्रोस्टेट से पीड़ित बुजुर्ग मरीजों की संख्या सर्वाधिक है।



बचाव के उपाय
डॉ. चौधरी ने पथरी से बचाव का सबसे आसान तरीका शरीर में पानी की कमी न होने देना बताया। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि:



- पानी का सेवन: हर व्यक्ति को दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए। पसीना अधिक आने पर पानी की मात्रा और बढ़ा दें।
- सर्दियों में सावधानी: सर्दियों के मौसम में पानी की मात्रा कम न करें, क्योंकि डिहाइड्रेशन पथरी बनने की संभावना बढ़ा देता है।
- नियमित जांच: समय-समय पर सोनोग्राफी करवाना और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लेना जरूरी है, जिससे किडनी की कार्यक्षमता बनी रहती है।
उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों में गुर्दे फेल होने की स्थिति प्रायः जन्मजात होती है, इसलिए माता-पिता को नियमित जांच करवानी चाहिए।








