राजस्थान में शिक्षा विभाग में बड़ा फेरबदल



24 घंटे में 612 अधिकारियों के तबादले, ब्लॉक से स्टेट लेवल तक असर




बीकानेर, 4 अगस्त। राजस्थान सरकार ने शिक्षा विभाग में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए पिछले 24 घंटों के भीतर 612 शिक्षा अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया है। इन तबादलों में प्रिंसिपल के साथ-साथ ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक के अधिकारी शामिल हैं। जून 2023 के बाद शिक्षा विभाग में यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में स्थानांतरण हुए हैं।
तीन सूचियों में जारी हुए आदेश
तबादलों की पहली सूची रविवार को जारी की गई थी, जिसमें 509 प्रिंसिपल शामिल थे। इसके बाद, सोमवार सुबह पहले 35 और फिर 68 शिक्षा अधिकारियों के स्थानांतरण किए गए। सोमवार सुबह जारी प्रिंसिपल ट्रांसफर की एक और सूची पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक के ई-हस्ताक्षर देर रात तीन बजे हुए, जो सोमवार अल सुबह सार्वजनिक हुई। इसमें 35 प्रिंसिपल को पोस्टिंग दी गई है, जिनमें से 23 वे प्रिंसिपल हैं जिन्हें विभिन्न कारणों से एपीओ (अवेटिंग पोस्टिंग ऑर्डर) किया गया था।


इसके अलावा, चार प्रिंसिपल का ट्रांसफर संशोधित किया गया है और उन्हें स्कूल से स्कूल में ही लगाया गया है। इसमें बीकानेर की महारानी स्कूल की प्रिंसिपल शारदा पहाड़िया भी शामिल हैं, जिन्हें पहले देशनोक लगाया गया था, लेकिन अब बीकानेर शहर में ही उस्तों की बारी स्कूल में प्रिंसिपल पदस्थ किया गया है। तीसरी सूची सुबह साढ़े छह बजे जारी हुई, जिसमें बीकानेर और अजमेर के राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान (टीटी कॉलेज) में जिला शिक्षा अधिकारी, प्रिंसिपल और लेक्चरर लगाए गए हैं।
सरकार की रणनीति और प्रस्तावों की अनदेखी
गौरतलब है कि इससे पहले शिक्षा विभाग ने सरकार को स्थानांतरण से रोक हटाने और 10 हजार शिक्षकों के स्थानांतरण का प्रस्ताव भेजा था। हालांकि, सरकार ने इन प्रस्तावों को खारिज करते हुए पूरा प्रशासनिक फेरबदल करने का निर्णय लिया।
विभाग ने जून 2023 के बाद से स्थानांतरण नहीं होने और कई अधिकारियों के अपने गृह जिलों में लगे होने का हवाला देते हुए प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरण की मांग की थी। इस पर सरकार ने केवल एडमिनिस्ट्रेशन लेवल पर स्वीकृति जारी की, जिसके परिणामस्वरूप ये बड़े पैमाने पर तबादले हुए हैं। इस लिस्ट में दो सौ से ज्यादा ब्लॉक और जिलों के अधिकारी बदल दिए गए हैं।
बदले गए प्रमुख अधिकारी
इन तबादलों में शिक्षा विभाग के पंचायत स्तर पर काम करने वाले ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, जिला स्तर पर काम करने वाले अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, संभाग स्तर पर काम करने वाले संयुक्त निदेशक कार्यालय के सहायक निदेशक, और प्रदेश स्तर पर शिक्षा विभाग को संचालित करने वाले शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक भी शामिल हैं। अब शिक्षा विभाग में अधिकांश अधिकारी वे होंगे जिन्हें वर्तमान भाजपा सरकार में पदस्थ किया गया है।
महात्मा गांधी स्कूलों के शिक्षकों को मिली राहत
दूसरी ओर, जिन ग्रेड थर्ड और ग्रेड सेकेंड के शिक्षकों ने महात्मा गांधी स्कूलों में पढ़ाने के लिए चयन परीक्षा दी थी और चयनित हुए थे, उन्हें मेरिट के आधार पर गृह जिले मिल गए हैं। इसी तरह, एपीओ किए गए शिक्षकों को भी घर के निकटवर्ती स्कूलों में पदस्थापित किया गया है। यह प्रशासनिक बदलाव राज्य के शिक्षा ढांचे पर दूरगामी प्रभाव डालेगा।