मुमुक्षु हनुमान दुगड़ का मंगल भावना समारोह



मदुरै, 14 सितंबर । तेरापंथ भवन, मदुरै में मुनि श्री हिमांशु कुमार जी और मुनि श्री हेमंत कुमार जी के सान्निध्य में इरोड से पधारे मुमुक्षु हनुमान दुगड़ का मंगल भावना समारोह बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय था, “जब जागो तब सवेरा”, जो जीवन में किसी भी उम्र में आध्यात्मिक जागृति के महत्व को दर्शाता है।




मुनि श्री हिमांशु कुमार जी ने एक मधुर गीतिका के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष गौतमचंद गोलेछा ने स्वागत भाषण दिया। महिला मंडल की सदस्यों और मुमुक्षु हनुमान दुगड़ की दोहिति हीराली जैन तथा सुपुत्री दीपिका ने अपने गीतों और कविताओं से सभी को भावुक कर दिया।


मुनियों के उद्बोधन
मुनि श्री हेमंत कुमार जी ने कहा कि ‘उम्र केवल एक संख्या है’ और आध्यात्मिक कार्यों में उम्र को बाधा नहीं बनने देना चाहिए। मुनि श्री हिमांशु कुमार जी ने अपने मुख्य उद्बोधन में कहा कि जीवन में आत्म-जागरण किसी भी आयु में संभव है और सभी को संयम तथा धर्म के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहिए। दीक्षार्थी भाई मुमुक्षु हनुमान दुगड़ का अभिनंदन पत्र देकर सम्मान किया गया, जिसे मदुरै सभा के वरिष्ठ निर्मल कुमार पारख ने प्रस्तुत किया। उपस्थित सभी लोगों ने ‘ॐ अर्हम’ के जयघोष से उनका स्वागत किया।
आयोजन और व्यवस्था
मुमुक्षु हनुमान दुगड़ का परिचय और कार्यक्रम का कुशल संचालन कन्या मंडल की संयोजिका सोनू चोपड़ा और सह-संयोजिका पलक संकलेचा ने किया। कार्यक्रम की जानकारी महिला मंडल की अध्यक्षा दीपिका फुलफगर और सभा के निवर्तमान अध्यक्ष अशोक जीरावला ने दी।