डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर मदर्स एल एस कर्मा फाउंडेशन ने बच्चों में बांटा सम्मान और प्रेरणा


चक गरबी, 6 दिसंबर। भारत के संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 69वीं पुण्यतिथि पर मदर्स एल एस कर्मा फाउंडेशन ने श्रद्धांजलि के साथ-साथ सामाजिक न्याय की उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया।
फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. सुमन चौधरी के नेतृत्व में चक गरबी क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में बच्चों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों को स्टेशनरी सामग्री वितरित की गई तथा बाबासाहेब के जीवन और संघर्ष से प्रेरणा लेते हुए शिक्षा, संगठन और संघर्ष के मार्ग पर चलने का आह्वान किया गया।



डॉ. सुमन चौधरी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, “बाबासाहेब ने सिखाया था कि बिना शिक्षा के न अधिकार मिलते हैं, न आत्मसम्मान। शिक्षित बनो, संगठित रहो और अपने हक के लिए संघर्ष करो। यही सामाजिक क्रांति का असली रास्ता है।” उन्होंने विशेष रूप से बालिकाओं को आगे बढ़ने और महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों को मौलिक अधिकारों, समानता, छुआछूत उन्मूलन, आरक्षण व्यवस्था और शिक्षा के अधिकार जैसे संवैधानिक मूल्यों की जानकारी भी दी गई।



कार्यक्रम में सुश्री ज्योति चौधरी ने विद्यार्थियों को डॉ. अंबेडकर के जीवन संघर्ष, दलित-वंचित समाज को दी गई आवाज और संविधान के माध्यम से स्थापित समता-सामाजिक न्याय की नींव के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर श्रीमती चंद्रकला, श्रीमती सुमन, श्रीमती सुनीता डोटसरा सहित क्षेत्र की कई महिलाएं और शिक्षकगण उपस्थित रहे।








