PM मोदी ने 26 नवंबर को दी ‘संविधान दिवस’ के रूप में मान्यता – अर्जुन राम मेघवाल


- संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर बीकानेर में कार्यक्रम
बीकानेर, 25 नवंबर । केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने दुनिया का सबसे बड़ा और सर्वश्रेष्ठ संविधान बनाकर देश के निर्माण में अमूल्य योगदान दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब के इस योगदान को समझते हुए उनके 125वें जन्म जयंती वर्ष के अवसर पर 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने की मान्यता दी। मेघवाल मंगलवार को संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर रवींद्र रंगमंच पर संविधान दिवस आयोजन समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।



‘कानून दिवस’ से ‘संविधान दिवस’ तक
मेघवाल ने बताया कि 26 नवंबर 1949 को संविधान अंगीकृत होने के बावजूद, पहले इसे केवल ‘कानून दिवस’ के रूप में मनाया जाता था। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2015 में इसे ‘संविधान दिवस’ के रूप में मान्यता दी, और 2016 से प्रतिवर्ष इसे मनाया जाने लगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ही बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पांच महत्वपूर्ण स्थानों को ‘पंच तीर्थ’ के रूप में विकसित करवाया।



केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संविधान निर्माण के अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना, नेशनल ग्रिड प्रणाली लागू करने, वित्त आयोग की स्थापना और श्रमिक हित व महिला सशक्तिकरण से जुड़े कार्यों के लिए भी बाबा साहेब को सदैव याद किया जाएगा। उन्होंने संविधान सभा की अंतिम बैठक (25 नवंबर 1949) का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा साहेब के सुझाव पर ही राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र को शामिल किया गया था, जो 24 घंटे चलते रहने का संदेश देता है।
समानता और भाईचारे पर जोर
मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के पक्षधर थे, लेकिन संविधान में उन्होंने समानता को स्वतंत्रता से पहले रखा। उनका मानना था कि देश में समानता आने पर स्वतंत्रता अपने आप सुरक्षित रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, बाबा साहेब के सिद्धांतों का अनुसरण करते हुए, समाज के वंचित वर्ग को पक्की छत, बिजली कनेक्शन और गैस चूल्हा जैसी सुविधाएं देकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों ने किया संबोधन
खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, और बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने देश को सशक्त बनाने में संविधान की भूमिका की सराहना की। श्रीडूंगरगढ़ विधायक ने कहा कि बाबा साहेब की दूरगामी सोच ने ही भारत जैसे विशाल देश को एक सूत्र में पिरोया है।
संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा ने कहा कि बाबा साहब ने दुनिया के कई देशों के संविधानों का अध्ययन करने के बाद देश को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया। मुख्य वक्ता रवि शेखर मेघवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम युवा पीढ़ी को संविधान की अहमियत बताने के लिए आयोजित किया जाता है।
कार्यक्रम में चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 76 चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। समारोह में मुख्य रूप से डॉ. सत्य प्रकाश आचार्य, गुमान सिंह राजपुरोहित, पूर्व महापौर नारायण चोपड़ा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आमजन मौजूद रहे।








