बीकानेर सिलेंडर ब्लास्ट मामले में पुलिस जांच पूरी, केवल बिल्डिंग मालिक को दोषी



बीकानेर, 22 अगस्त – इस साल 7 मई को बीकानेर के मदान मार्केट में हुए भीषण सिलेंडर विस्फोट और इमारत ढहने के मामले में पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर ली है। इस हादसे में 11 लोगों की दुखद मौत हो गई थी, और 6 लोग घायल हुए थे। पुलिस ने इस मामले में एकमात्र दोषी बिल्डिंग मालिक राजकुमार मदान को माना है। यह एक जमानती अपराध होने के कारण, उन्हें गिरफ्तार करने के बाद तुरंत छोड़ दिया गया।




हादसे का विवरण:


घटना: 7 मई को सिटी कोतवाली पुलिस थाने के ठीक सामने स्थित पांच मंजिला मदान मार्केट में एक ज्वैलरी की दुकान में गैस सिलेंडर में रिसाव हुआ और उसके बाद जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना भीषण था कि पूरी इमारत ढह गई।
जान-माल का नुकसान: इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, और 6 लोग घायल हुए। यह बीकानेर जिले का अब तक का सबसे बड़ा हादसा माना जाता है।
पुलिस जांच: कोतवाली थाने के एसएचओ जसवीर के अनुसार, जांच में पाया गया कि आरोपी राजकुमार मदान को यह संपत्ति उनके भाई दीनदयाल से गिफ्ट डीड के रूप में मिली थी।
लापरवाही: जांच में सामने आया कि मदान मार्केट में बिना किसी अनुमति के दो अंडरग्राउंड फ्लोर, एक ग्राउंड फ्लोर और उसके ऊपर दो मंजिलें (कुल पांच मंजिलें) बनाई गई थीं। इन 35 दुकानों के लिए बाहर निकलने का रास्ता बेहद संकरा था और फायर सेफ्टी का कोई इंतजाम नहीं था।
अनसुलझे सवाल और आगे की कार्रवाई:
हालांकि पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर ली है, लेकिन कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं।
- बिना अनुमति के वर्षों से चल रहे इस मार्केट के लिए प्रशासन के किसी भी अधिकारी को जिम्मेदार क्यों नहीं माना गया?
- फायर एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) के बिना इतने लंबे समय तक यह मार्केट कैसे संचालित होता रहा, और इस पर किसी का ध्यान क्यों नहीं गया?
नगर निगम की कार्रवाई:
नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष ने बताया कि बिल्डिंग को ढहाने और मलबा हटाने में जो खर्च आया है, उसकी वसूली बिल्डिंग मालिक राजकुमार मदान से की जाएगी। इसके लिए ठेकेदार को खर्च का बिल जमा करने को कहा गया है, जिसकी निगम के जेईएन द्वारा जांच की जाएगी, और फिर बिल मालिक को भुगतान के लिए भेजा जाएगा।
मृतकों के परिजनों को सोना वापस:
हादसे के बाद मलबे से बरामद किए गए सोने को मृतकों के परिजनों को सौंप दिया गया है।