प्रयागराज – माघ मेले में पहली बार लगेगा बीकानेर का खालसा, एक माह चलेगा अन्नक्षेत्र

shreecreates
quicjZaps 15 sept 2025
  • राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज के प्रयास
  • बीकानेर के श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज में शुरू हुआ कैम्प

बीकानेर , 25 जनवरी । धर्म नगरी प्रयागराज के संगम तट पर लगे माघ मेला प्रारंभ हो चुका है। रोजाना गंगा-यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में साधु- संतों के साथ लाखों श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl
SETH TOLARAM BAFANA ACADMY

खास बात यह है कि प्रयागराज में बीकानेर वालों के लिए खालसा लगाने की स्वीकृति मिल गई है। रामझरोखा कैलाशधाम की ओर से यहां अब हर वर्ष माघ मेले में एक माह के लिए बीकानेर वाले महात्यागी नगर खालसा की शुरुआत की गई है। रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि इस पवित्र स्थान पर खापचौक समिति द्वारा मेले में बीकानेर को पहली बार खालसा (कैम्प) लगाने की अनुमति मिली है।

pop ronak
kaosa

महंत भगवानदासजी ने बताया कि राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज के प्रयासों से बीकानेर के श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने खालसे की अनुमति प्रदान की और अब यहां पर पूरे माह माह अन्नक्षेत्र जारी रहेगा तथा बीकानेर से आने वाले श्रद्धालुओं को रहने-खाने की सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जाएगी। यहां एक माह तक निरन्तर कीर्तन व कथा का आयोजन होगा।

राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि गुरुवार को परम पूज्य गुरुदेव रामदासजी महाराज के सान्निध्य में खालसा भूमि पर ध्वजारोहण का आयोजन किया गया। इस दौरान खाप चौक समिति के महामंत्री महामंडलेश्वर संतोषदासजी, दिगम्बर अखाड़े के मंत्री वैष्णवदासजी महाराज के निर्देशन में ध्वजारोहण पूर्ण विधिविधान से किया गया।

कार्यक्रम में महंत गोपालदासजी महाराज, महंत शशिकांतजी, महंत हिटलर बाबा, महंत भगवानदासजी, महंत राघवदासजी, महंत पुरुषोत्तमदासजी, महंत हनुमानदासजी, महंत संतोषदासजी नौशेरा (जम्मूकश्मीर वाले), महंत संतदासजी, महंत बालकदासजी महाराज, महंत राघवेन्द्रदासजी महाराज, महंत रामेश्वरदासजी महाराज उपस्थित रहे। इस दौरान बीकानेर से नेमचंद भाटी, उत्तम भाटी, दिशांत सोनी तथा प्रयागराज के बोनी शर्मा व यश ने व्यवस्थाएं संभाली।

दुनिया में कल्पवास केवल प्रयागराज की त्रिवेणी तट पर

राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि पौष पूर्णिमा पर स्नान पर्व के साथ संगम की रेती पर एक महीने का कल्पवास प्रारंभ हो गया है। श्रद्धालु नियम संयम का पालन करते हुए मोक्ष की कामना करेंगे। माघ में हर साल लाखों श्रद्धालु एक महीने तक मोह-माया त्याग कर तंबुओं की नगरी में कल्पवास करते हैं। दुनिया में कल्पवास सिर्फ प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर होता है। पौराणिक मान्यता है कि पौष पूर्णिमा के दिन से तैंतीस करोड़ देवी-देवता भी संगम की रेती पर एक महीने तक विराजमान हो जाते हैं।

mmtc 2 oct 2025

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *