अमर शहीद मंगल पांडे की 197वीं जयंती पर बीकानेर में कार्यक्रम

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quicjZaps 15 sept 2025

वतन परस्ती और बलिदान को किया गया याद

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बीकानेर, 19 जुलाई। शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण (पुजारी सेवक) समाज और मंगल पांडे स्मारक समिति की ओर से रानी बाजार पुल के पास स्थित मंगल पांडे सर्किल पर स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम नायक अमर शहीद मंगल पांडे की 197वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर देशभक्ति और बलिदान की भावना को याद करते हुए कार्यक्रम आयोजित किया गया।                                                   “वतन परस्ती वाले वीर सपूत बन जाते हैं मंगल पांडे महान” – आर के शर्मा

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स्मारक समिति के सदस्य और वरिष्ठ समाजसेवी आर के शर्मा ने कहा कि जो व्यक्ति अपने वतन के लिए जीता है, जिसके लिए देश की धार्मिक और एकता की भावना सर्वोच्च होती है, वह वतन की हिफाजत के लिए अपने तन की परवाह नहीं करता। ऐसे ही वीर पुरुष थे अमर शहीद मंगल पांडे। उन्होंने कहा कि “जो वतन पर जान कुर्बान कर जाते हैं, मंगल पांडे जैसे वीर सपूत बन जाते हैं।”

 “फरिश्ते बनकर आते हैं वतन प्रेमी” – शंकर सेवग

स्मारक समिति के शंकर सेवग ने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वतन से प्रेम करने वाले इंसान बेहतरीन होते हैं, लेकिन वतन पर अपनी जान देकर फिदा होने वाले फरिश्ते ही होते हैं। उन्होंने अमर शहीद मंगल पांडे को ऐसे ही आजादी के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी और फरिश्ता बताया।

अन्य वक्ताओं ने भी किया संबोधित
वरिष्ठ समाजसेवी नरेंद्र शर्मा ने कहा कि अपने देश और धर्म की रक्षा की खातिर बिना संसाधनों के अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेना और बगावत करना, यह मंगल पांडे जैसे वीर योद्धा ही कर सकते थे। व्याख्याता जुगलकिशोर शर्मा ने जोर दिया कि ऐसे अमर शहीद मंगल पांडे की जीवनी और उनके कार्यों को आमजन तक, विशेषकर नई पीढ़ी तक पहुंचाना आवश्यक है, जिन्होंने देश की आन, बान, शान और धार्मिक सद्भावना को बरकरार रखने हेतु ब्रिटिश हुकूमत से बगावत कर पूरे भारतवर्ष में आजादी के आंदोलन की चिंगारी फूंकी। अधिवक्ता दिलीप शर्मा ने कहा कि मंगल पांडे न सिर्फ स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि वे ऐसे महापुरुष हुए जिन्होंने पूरे देश में आजादी की अलख जगाई, क्योंकि आजादी के लिए लड़ना मंगल पांडे ने ही सिखाया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए नितिन वत्सस ने कहा कि आज उनकी जयंती पर हम सबको यह प्रतिज्ञा लेनी चाहिए कि हम सब अपने-अपने परिवारों में आजादी के आंदोलन के वीरों की गाथाएं अपने बच्चों को सुनाएं, ताकि वे आजादी का महत्व जान सकें। कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बी.डी. शर्मा ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर दिनेश माथुर, खुश भोजक, राहुल जादूसंगत, सुनील चांवरिया, निशा शर्मा सहित समाज के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

भीखाराम चान्दमल 15 अक्टूबर 2025
mmtc 2 oct 2025

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