जुल्म और शोषण के खिलाफ आवाज उठाना ही मानवाधिकारों की असली रक्षा


- बीकानेर में ‘प्रगति संकल्प समारोह’ संपन्न
बीकानेर , 21 दिसम्बर जिला उद्योग संघ के सभागार में रविवार को ‘मानव अधिकार प्रोटेक्शन राजस्थान’ द्वारा आयोजित ‘प्रगति संकल्प समारोह’ में मानवाधिकारों के संरक्षण और जन-जागरूकता पर गहन मंथन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि जानकारी के अभाव में ही आम नागरिक शोषण का शिकार होता है। उन्होंने कहा कि आज हमारा संगठन देश के 25 राज्यों में लाखों सदस्यों के साथ सक्रिय है, जिसका एकमात्र लक्ष्य हर नागरिक को उसके अधिकारों के प्रति सजग करना और जुल्म के खिलाफ एक मजबूत दीवार बनकर खड़ा होना है।


कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा ने मानवाधिकारों के ऐतिहासिक और संवैधानिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पारित प्रस्ताव और भारतीय संविधान में निहित मौलिक अधिकार ही हमारी न्यायिक प्रणाली की आत्मा हैं। वहीं, जीएसटी कमिश्नर ओ.पी. गोदारा ने तार्किक सोच अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि मानव की गरिमा और सम्मान को बचाना ही इस संगठन का मूल उद्देश्य है। उन्होंने लोगों से अन्याय के खिलाफ लड़ने की अपील की ताकि समाज में व्याप्त जड़ता को बदला जा सके।


प्रदेश प्रभारी कमल किशोर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में बीकानेर जिला अध्यक्ष जुगल किशोर शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मानवाधिकार जाति, धर्म या लिंग के भेदभाव से परे सार्वभौमिक हैं। उन्होंने जोर दिया कि केवल कानून बनाने से अधिकारों की रक्षा नहीं होगी, बल्कि इसके लिए आमजन को शिक्षित होना अनिवार्य है। महिला जिला अध्यक्ष विनिता नाहटा ने भी संगठन की ओर से पीड़ितों और शोषितों के साथ सदैव खड़े रहने की प्रतिबद्धता दोहराई।
समारोह के दौरान जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी.पी. पचीसिया, पूर्व बार अध्यक्ष विवेक शर्मा और न्यूरो सर्जन डॉ. कपिल पारीक सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार रखे। वक्ताओं ने बीकानेर की सेवा भावना का उल्लेख करते हुए मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता को ‘प्रभु सेवा’ के समान बताया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान और गणेश वंदना से हुई, जिसके बाद उत्कृष्ट कार्य करने वाले सदस्यों और अतिथियों को शॉल व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। मंच का कुशल संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।








