48 घंटे बाद बदलेगा राजस्थान का मौसम: 15-16 अगस्त को भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी



जयपुर, 12 अगस्त । राजस्थान में मानसून एक बार फिर जोर पकड़ने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आगामी 15 और 16 अगस्त को पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश, मेघगर्जन और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी से उठने वाली पूर्वी हवाओं के सक्रिय होने से मौसम में अचानक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
बदलेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार, 14 अगस्त के बाद बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाएं सक्रिय होंगी, जिससे राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होगी। पूर्वी राजस्थान में 15 अगस्त से और पश्चिमी राजस्थान में 16 अगस्त से बारिश बढ़ने की संभावना है। हाल ही में तापमान में हुए उछाल के बाद यह बदलाव गर्मी से कुछ राहत दे सकता है।
सोमवार (11 अगस्त) को अलवर, बांसवाड़ा और झालावाड़ में हल्की बारिश दर्ज की गई। हालांकि, 12 और 13 अगस्त को प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में मौसम साफ रहेगा और मानसून ब्रेक के कारण तापमान बढ़ने से गर्मी महसूस होती रहेगी।




किन जिलों में ‘येलो अलर्ट’?
IMD ने निम्नलिखित जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है:


- 14 अगस्त: अलवर, बारां, भरतपुर, बूंदी, दौसा, धौलपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, सवाईमाधोपुर।
- 15 अगस्त: अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, सवाईमाधोपुर, टोंक।
तापमान और मौसम विशेषज्ञों की राय
बारिश का दौर थमने से तापमान में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। सोमवार को गंगानगर में सर्वाधिक 39 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। चूरू में 38.2°C, बीकानेर में 38.4°C, जैसलमेर में 37.8°C, बाड़मेर में 37°C और जोधपुर में 35.1°C तापमान रहा। सीकर और फतेहपुर में तो तापमान सामान्य से 7 डिग्री अधिक दर्ज किया गया।
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में मानसून ट्रफ अमृतसर, चंडीगढ़ (सामान्य से उत्तर की ओर) से गुजर रही है और राज्य के अधिकांश भागों में पश्चिमी हवा प्रभावी है। इस कारण आगामी 3-4 दिन राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियां कमजोर रहने की संभावना है। हालांकि, 14-15 अगस्त से एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय होगा, जिसके प्रभाव से कोटा और उदयपुर संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
चेतावनी और सावधानियां
मौसम विभाग ने बारिश से राहत मिलने की उम्मीद के साथ-साथ वज्रपात और तेज हवाओं के खतरे को लेकर भी चेतावनी दी है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि गरज-चमक के समय खुले स्थान और पेड़ों से दूर रहें, तथा ऊंचे टावर या बिजली के खंभों के पास न जाएं। किसानों को भी समय रहते फसलों की सुरक्षा करने की सलाह दी गई है। यह देखना होगा कि मानसून की यह वापसी राहत लाएगी या बाढ़ और बिजली गिरने जैसी आपदाओं का कारण बनेगी।