151 मंदिरों में एक साथ होगा राम जानकी विवाहोत्सव पर ‘रामोत्सव’ पूजन अनुष्ठान, डिजिटल कार्ड का लोकार्पण


बीकानेर, 23 नवंबर । बीकानेर में राम जानकी विवाहोत्सव (25 नवंबर 2025) के अवसर पर आयोजित होने वाले ‘रामोत्सव’ पूजन अनुष्ठान के डिजिटल आमंत्रण कार्ड का भव्य लोकार्पण समारोह आज लालेश्वर महादेव मंदिर शिव मठ, शिवबाड़ी बीकानेर के प्रांगण में संपन्न हुआ। स्वामी श्री विमर्शानंद गिरि जी महाराज के कर-कमलों से लोकार्पण होने के साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से यह निमंत्रण पत्र मंदिर-मंदिर और गली-गली रामोत्सव अनुष्ठान मनाए जाने हेतु प्रेषित किया गया।
पुजारी दंपत्ति को मिलेगा ‘आदर्श दंपत्ति सम्मान’
भारतीय संस्कृति व सनातन सार्वभौम महासभा द्वारा वर्षपर्यंत चलाए जा रहे सनातन जागृति महाअभियान के अंतर्गत, यह 43वां पूजन अनुष्ठान है। इसके तहत राम जानकी विवाहोत्सव पर बीकानेर जिले सहित प्रदेश के निर्धारित 151 मंदिरों में एक साथ ‘रामोत्सव’ पूजन अनुष्ठान होगा। इस विशेष अनुष्ठान में पीढ़ी दर पीढ़ी निस्वार्थ भाव से सनातन व अध्यात्म सेवा में समर्पित पुजारी दंपतियों को आध्यात्मिक सेवा व आदर्श दंपत्ति सम्मान का अभिनंदन पत्र उपस्थित सनातन भक्तों द्वारा प्रदान किया जाएगा, ताकि उनके निःस्वार्थ योगदान को सम्मान मिल सके।



सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित राम दरबार का पूजन
पूजन अनुष्ठान का मुख्य उद्देश्य जनमानस में भारतीय संस्कृति व सनातन के भाव उत्पन्न करना और इन दिव्य अनुष्ठानों में सहभागिता सुनिश्चित करना है। इस अनुष्ठान में सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित श्री राम दरबार की तस्वीर का पूजन किया जाएगा। पूजन, भोग और आरती के साथ-साथ पुजारी दंपत्ति सम्मान का अनुष्ठान होगा। मुख्य अनुष्ठान 25 नवंबर 2025 को प्रातः 10:00 बजे श्री धनीनाथ गिरि मठ पंच मंदिर, कोटगेट बीकानेर के प्रांगण में स्वामी श्री मोहनदास जी महाराज और पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच (राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय संस्कृति व सनातन सार्वभौम महासभा) की मंगल उपस्थिति एवं अगुवाई में होगा।



लोकार्पण समारोह में पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच ने सभी सनातन भक्तों को अपने-अपने क्षेत्र में रामोत्सव अनुष्ठान आहूत करने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर राजकुमार कौशिक, नलिन सरवाल, प्रवीण दाधीच और ममता शर्मा सहित कई सनातन भक्त उपस्थित रहे। महासभा की ओर से घरों, व्यवसायों और कार्यालयों में पूजन हेतु लगभग पाँच लाख विभिन्न देवचित्रों को सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित कर निःशुल्क भेंट करने का अभियान भी लगातार जारी है।








