आचार्य महाश्रमण की मेवाड़ यात्रा का दायित्व उदयपुर टीम को हस्तांतरित; 16 नवंबर को रतनपुर बॉर्डर से राजस्थान में प्रवेश


अहमदाबाद , 5 नवम्बर। तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य श्री महाश्रमण ने अहमदाबाद में अपना चातुर्मास संपन्न कर लिया है, जिसके बाद बुधवार (5 नवंबर 2025) को उनकी आगामी मेवाड़ यात्रा का दायित्व अहमदाबाद चातुर्मास व्यवस्था समिति से मेवाड़ कॉन्फ्रेंस को आधिकारिक तौर पर हस्तांतरित कर दिया गया। अहमदाबाद के कोबा स्थित प्रेक्षा विश्व भारती में आयोजित इस कार्यक्रम में, अहमदाबाद चातुर्मास समिति के अध्यक्ष अरविंद संचेती ने सैकड़ों श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति में यात्रा का ध्वज मेवाड़ कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत और उनकी टीम को सौंपा। आचार्य श्री महाश्रमण ने इस अवसर पर कहा कि साधु रमता ही भला होता है, जिस तरह बहता पानी श्रेष्ठ होता है, और उन्होंने सभी श्रावक-श्राविकाओं के जीवन में धर्म के प्रति श्रद्धा बने रहने की कामना की।



मेवाड़ कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने जानकारी दी कि आचार्य श्री के साथ तेरापंथ संघ के साधू साध्वियां 16 नवंबर को रतनपुर बॉर्डर पर राजस्थान सीमा में प्रवेश करेंगे , जहाँ मेवाड़ी परम्परा के अनुसार उनकी धवल वाहिनी का भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके उपरांत, 20 नवंबर को उदयपुर जिले के ऋषभदेव में मेवाड़ स्तरीय स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा।



फत्तावत ने आचार्यश्री महाश्रमण से मेवाड़ में चातुर्मास करने का निवेदन किया, जिससे पूरा पंडाल नारों से गूंज उठा। इस प्रकार, अहमदाबाद चातुर्मास समिति ने सफलतापूर्वक अपना दायित्व पूरा किया और अब मेवाड़ कॉन्फ्रेंस एक माह की इस महत्वपूर्ण यात्रा की व्यवस्था का जिम्मा संभालेगी, जिसका उद्देश्य जैन धर्म के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार करना है।








