RGHS दवाइयों में गड़बड़ी- राजस्थान में 60 से ज़्यादा मेडिकल दुकानों पर कार्रवाई, 30 लाइसेंस रद्द


जयपुर, 17 जुलाई । राजस्थान सरकार ने राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम (RGHS) के तहत दवाइयों में गड़बड़ी करने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। राजस्थान ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने राज्य भर की 60 से ज़्यादा मेडिकल दुकानों पर शिकंजा कसा है, जिनमें से 30 दुकानों के लाइसेंस स्थायी रूप से निरस्त कर दिए गए हैं, जबकि 33 दुकानों के लाइसेंस कुछ अवधि के लिए निलंबित किए गए हैं। इन मामलों में अधिकतर फर्जी बिलिंग के हैं। फर्जी बिलिंग और अनियमितताओं का खुलासा
ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक ने बताया कि उन्हें RGHS से राज्य की कई दुकानों में अनियमितताओं की शिकायतें मिली थीं। इन शिकायतों की जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद स्थानीय स्तर पर डीसीओ (ड्रग कंट्रोल ऑफिसर) के ज़रिए गहन जांच करवाई गई। जांच में कुल 63 दुकानों में अनियमितताएं पाई गईं। फाटक ने बताया कि इन दुकानों में ज़्यादातर शिकायतें ज़रूरत से ज़्यादा बिल बनाने की थीं। कई दुकानों ने लाखों रुपये के बिल पेश किए, लेकिन जब उनकी खरीद-फरोख्त की जांच की गई, तो पता चला कि उन्होंने जितनी दवाइयां RGHS के तहत बेची थीं, उतनी दवाइयां तो उन्होंने कंपनियों या स्टॉकिस्ट से खरीदी ही नहीं थीं। इसके अलावा, कई बिलों पर फार्मासिस्ट के फर्जी हस्ताक्षर के ज़रिए बिल जारी किए गए थे।




इन जिलों की दुकानों पर हुई कार्रवाई
ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट से मिली रिपोर्ट के अनुसार, जिन जिलों में ये कार्रवाई की गई है, उनमें सीकर, नागौर, जयपुर, झुंझुनूं, हनुमानगढ़, धौलपुर, दौसा, भीलवाड़ा, भरतपुर, बारां, अलवर और झालावाड़ शामिल हैं। सबसे ज़्यादा दुकानें भरतपुर जिले की हैं, जिनकी संख्या 17 है। इसके अलावा, जयपुर में 13, बारां में 3 और नागौर व झुंझुनूं में 5-5 दुकानें प्रभावित हुई हैं।


यह कार्रवाई RGHS योजना में पारदर्शिता लाने और लाभार्थियों को सही दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।