संस्कार स्कूल्स में वार्षिक उत्सव की धूम: “डिजिटल डिटॉक्स” नाटक के जरिए बच्चों ने दिया मोबाइल से दूरी का संदेश


विधायक जेठानन्द व्यास ने दी बच्चों को शाबाशी


बीकानेर , 24 दिसम्बर। शहर के वल्लभ गार्डन स्थित प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान ‘संस्कार स्कूल्स’ का वार्षिक समारोह गत दिनों आशीर्वाद गार्डन में अत्यंत गरिमामयी और उत्साहपूर्ण वातावरण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों की रंगारंग प्रस्तुतियों और विद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों के उत्सव ने अभिभावकों और गणमान्य अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर और समारोह स्थल को भव्य रूप से सजाया गया था।



समारोह के मुख्य अतिथि बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानन्द व्यास रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में बीकाजी फूड्स की निदेशक श्वेता अग्रवाल उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। विद्यालय के निदेशक अनिरुद्ध गोयल एवं पूजा गोयल ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया तथा विद्यालय की शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्कार स्कूल्स का उद्देश्य केवल अकादमिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी का विकास करना है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या कविता शर्मा ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए शिक्षकों और अभिभावकों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे मंच बच्चों के आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को सशक्त बनाते हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक नृत्य और गायन की प्रस्तुतियां दीं। समारोह का सबसे मुख्य आकर्षण “डिजिटल डिटॉक्स” विषय पर आधारित विशेष नाट्य प्रस्तुति रही। इस मंचन के माध्यम से बच्चों ने वर्तमान पीढ़ी पर मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के बढ़ते दुष्प्रभावों को बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शित किया। विद्यार्थियों ने संदेश दिया कि तकनीक का उपयोग सीमित होना चाहिए ताकि वास्तविक सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन प्रभावित न हो। इस सामयिक संदेश की दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ भूरी-भूरी प्रशंसा की।
मुख्य अतिथि विधायक जेठानन्द व्यास ने अपने संबोधन में स्कूल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आज के युग में डिजिटल डिटॉक्स जैसी जागरूकता बच्चों और अभिभावकों दोनों के लिए अनिवार्य है। विशिष्ट अतिथि श्वेता अग्रवाल ने भी छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को सराहा और उन्हें तकनीक के साथ-साथ मानवीय संवेदनाओं को सहेजने की प्रेरणा दी। प्रधानाचार्या कविता शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षकों के समर्पण को विद्यालय की सफलता का आधार बताया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।








