सोशल मीडिया-साधक या बाधक? तेयुप गंगाशहर में शानदार वाद-प्रतिवाद प्रतियोगिता



गंगाशहर, 28 सितंबर। तेरापंथ युवक परिषद (तेयुप) और तेरापंथ महिला मंडल, गंगाशहर द्वारा शांति निकेतन सेवा केंद्र में नवरात्रि के रात्रिकालीन कार्यक्रमों के तहत एक अत्यंत रोचक वाद-प्रतिवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम साध्वीश्री विशद प्रज्ञा जी और साध्वीश्री लब्धियशा जी के पावन सान्निध्य में संपन्न हुआ, जिसका विषय “सोशल मीडिया व्यक्तिगत विकास में साधक या बाधक” रखा गया था। तेयुप अध्यक्ष ललित राखेचा ने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने पक्ष और विपक्ष में अपनी बात बहुत ही शानदार तरीके से प्रस्तुत की। उपस्थित जनसमूह ने इस आयोजन को वक्तव्य कला को निखारने वाला बताते हुए इसकी सराहना की।




तेयुप मंत्री मांगीलाल बोथरा ने बताया कि यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित हुई, जिसमें पहले चरण में प्रतिभागियों ने अपनी बात रखी, दूसरे चरण में वाद-प्रतिवाद (बहस) हुआ, और तीसरे चरण में निर्णायकों द्वारा प्रश्नों के माध्यम से उनके विचारों का गहन मंथन किया गया। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका जैन लूणकरण छाजेड़ और प्रो. धनपत रामपुरिया ने निभाई, जिनका सम्मान पताका और साहित्य द्वारा किया गया। साध्वीश्री विशद प्रज्ञा जी ने विषय के अंतर्गत अपने विचार व्यक्त करते हुए सभी प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया।



महिला मंडल अध्यक्षा प्रेम बोथरा ने बताया कि प्रतियोगिता के अंतिम चरण में सुनीता पुगलिया को प्रथम स्थान प्रदान किया गया, जबकि सुरभि नाहर द्वितीय और वर्षा बोथरा तृतीय स्थान पर रहीं। श्रेया गुलगुलिया को सांत्वना पुरस्कार मिला। इस सफल कार्यक्रम का कुशल संचालन तेयुप संगठन मंत्री रोहित बैद द्वारा किया गया।

