चौथे दादा गुरुदेव जिन चंद्र सूरि की 412वीं पुण्यतिथि मनाई गई
चौथे दादा गुरुदेव जिन चंद्र सूरि की 412वीं पुण्यतिथि मनाई गई
चौथे दादा गुरुदेव जिन चंद्र सूरि की 412वीं पुण्यतिथि मनाई गई
परमात्मा के दर्शन की शक्ति से व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं- मेहुल प्रभ सागर
साधार्मिक भक्ति जैन धर्म में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है’ – गणिवर्य मेहुल प्रभ
धर्म, दर्शन, दया का संगम: खरतरगच्छ की अनुपम गाथा – गणिवर्य मेहुल प्रभ