
संथारा मृत्यु को महोत्सव बनाता है- मुनि कमल कुमार
संथारा मृत्यु को महोत्सव बनाता है- मुनि कमल कुमार
संथारा मृत्यु को महोत्सव बनाता है- मुनि कमल कुमार
तारादेवी ने 77 दिवसीय संलेखना संथारा में मृत्यु का वरण कर रचा इतिहास
तारादेवी बैद के संलेखना संथारे का 74वाँ दिन, अद्भुत मनोबल का उदाहरण
जेठमल छाजेड़ ने आडंबरमुक्त और साधनायुक्त तपस्या करके उदाहरण प्रस्तुत किया – मुनि कमल कुमार
जब तक साधु-साध्वी, श्रावक-श्राविकाएं आचारवान रहेंगे, तब तक चलेगा तेरापंथ-मुनि कमलकुमार
गंगाशहर में अष्टम आचार्य श्री कालूगणी का पुण्य दिवस मनाया गया