स्व-घोषित बाबा चैतन्यानंद का ‘काला सच’, 17 छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोप



नई दिल्ली , 26 सितम्बर। दिल्ली में स्व-घोषित बाबा चैतन्यानंद सरस्वती के ख़िलाफ़ 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। एक शिकायतकर्ता महिला ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि बाबा ने उसे दुबई यात्रा और डिनर जैसे झाँसे देकर उसका लगातार उत्पीड़न किया। इस मामले ने पूरे देश में खलबली मचा दी है, और पुलिस अब पूरे भारत में उनकी तलाश कर रही है।श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च शृंगेरी पीठ के अधीन है। पीठ ने ही पुलिस में आरोपी चैतन्यानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और मामले की जांच कर रही है।




दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च में छात्राओं के साथ यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न की घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। पीड़ित छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से थीं, जिन पर चैतन्यानंद सरस्वती ने अपनी मनमानी चलाने का पूरा नियंत्रण किया। उसने किसी को डराकर तो किसी को विदेश यात्रा का लालच देकर फंसाया। संस्थान के भीतर पूरी सत्ता उसके हाथ में होने के कारण छात्राएं लंबे समय तक भय और संकोच के चलते चुप रहीं। लेकिन जैसे-जैसे उसके दबाव और मनमानी बढ़ती गई, आखिरकार कुछ छात्राओं ने साहस जुटाकर पुलिस को पूरा मामला बताया। फिलहाल आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती संस्थान छोड़कर फरार है।



डरावनी कहानी: ‘बेबी’ कहकर करते थे प्रताड़ित
शिकायतकर्ता 20 वर्षीय छात्रा ने अपनी डरावनी कहानी साझा करते हुए बताया कि इंस्टीट्यूट में शामिल होने के आठ महीने बाद ही उसने परेशानी झेलनी शुरू कर दी थी।
अश्लील सवाल और निजी दबाव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित छात्राओं का आरोप है कि चैतन्यानंद उनसे अश्लील सवाल पूछता था, जैसे किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाए हैं या नहीं और यदि बनाए हैं तो कंडोम का इस्तेमाल हुआ या नहीं। इसके साथ ही वह रात के समय व्हाट्सएप संदेश भेजता था, जिनमें अश्लील और प्यार भरे शब्द शामिल थे। कई छात्राओं ने यह भी बताया कि उन्हें देर रात उसके निजी कक्ष में बुलाया जाता और विदेशी यात्रा के लिए दबाव डाला जाता। एक छात्रा ने यह भी बताया कि उसे मथुरा ले जाने की कोशिश भी की गई।
धमकी और उत्पीड़न: महिला ने आरोप लगाया कि 2016 में बाबा ने उसे लगातार अश्लील मैसेज भेजे, “बेबी” और “स्वीट गर्ल” कहकर संबोधित किया और रात में फोन करके परेशान किया।
विरोध करने पर भयंकर कार्रवाई
जो छात्राएं उसके दबाव और शोषण का विरोध करती थीं, उन्हें परेशान किया जाता। उनकी उपस्थिति रिकार्ड घटाई जाती, अंक कम किए जाते और डिग्री रोक दी जाती। एफआईआर में तीन महिला स्टाफ के नाम भी शामिल हैं, जिनमें एक एसोसिएट डीन शामिल है। उन पर छात्राओं पर दबाव डालने, सबूत मिटाने और पहचान छिपाने के लिए नाम बदलवाने का आरोप है। एक पीड़िता ने बताया कि उसे मोबाइल फोन से वंचित कर हॉस्टल में अलग-थलग किया गया और उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी गई। साथ ही धमकी दी गई कि यदि उसने विरोध किया तो उसका मामला प्रभावशाली लोगों के सामने उजागर कर दिया जाएगा।
हॉस्टल में अलगाव: छात्रा ने बताया कि बाबा ने उसका मोबाइल ज़ब्त कर लिया और उसे हॉस्टल में अलग रहने के लिए मजबूर किया, ताकि वह किसी से बात न कर सके।
लालच: महिला ने कहा कि बाबा उसे दुबई ले जाने और “अच्छे होटलों” में ठहराने का झाँसा देते थे, जिसका उसने विरोध किया, लेकिन स्टाफ लगातार उस पर दबाव डालता रहा।
पुलिस कार्रवाई और पुराने आरोप
इस साल अगस्त में, 17 महिलाओं ने एकजुट होकर दिल्ली पुलिस में चैतन्यानंद के ख़िलाफ़ संयुक्त शिकायत दर्ज कराई थी।
पुराने मामले: पुलिस रिकॉर्ड्स के अनुसार, चैतन्यानंद सरस्वती पर 2009 और 2016 में भी यौन उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं, जिनसे वह कथित तौर पर अपने पहुँच और नेटवर्क का इस्तेमाल कर बच निकले थे।
वर्तमान स्थिति: शिकायत दर्ज होने के बाद बाबा पहले लंदन में ट्रेस हुए, फिर आगरा में। उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में अग्रिम ज़मानत के लिए अर्जी भी दी, लेकिन कुछ ही दिनों में वापस ले ली।
तलाश: वर्तमान में चैतन्यानंद लापता हैं। पुलिस ने उन्हें देश छोड़ने से रोकने के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है और दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान सहित कई राज्यों में उनकी तलाश के लिए रेड की गई है।
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उनके बारे में कोई जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

