वरिष्ठ पत्रकार स्व. अशोक माथुर की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा



बीकानेर, 14 अक्टूबर। वरिष्ठ पत्रकार स्व. श्री अशोक माथुर की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को स्मॉल एंड मीडियम न्यूज पेपर्स ऑफ इंडिया की बीकानेर इकाई की ओर से सूचना केंद्र सभागार में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पत्रकारिता जगत के दिग्गजों और सहयोगियों ने उनकी निष्पक्ष, साहसी और जनसरोकारी पत्रकारिता को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
पत्रकारिता की पाठशाला थे अशोक माथुर
वरिष्ठ पत्रकार हेम शर्मा ने कहा, “श्री अशोक माथुर ने पत्रकारिता को सच्चाई, निष्पक्षता और समाज सेवा का माध्यम बनाया। उनके संस्थान से कई नए पत्रकारों ने प्रेरणा ली और अपने करियर की शुरुआत की। वे पत्रकारिता की एक पाठशाला थे।”
जनसंपर्क कार्यालय के उप निदेशक डॉ. हरि शंकर आचार्य ने स्व. माथुर के सिद्धांतवादी दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा, “उन्होंने पत्रकारिता को सही मायनों में जिया। वे सिद्धांतों की पत्रकारिता के पक्षधर थे। युवा पत्रकारों को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।”
समाज की नब्ज पहचानने वाले पत्रकार
बृज मोहन रामावत ने कहा, ” अशोक माथुर समाज की नब्ज को पहचानते थे। उन्होंने हमेशा जनहित में आवाज उठाई, अन्याय के खिलाफ अपनी कलम चलाई और सच का साथ दिया।” वहीं, बाबू सिंह ने उनके साथ बिताए संस्मरण साझा करते हुए कहा, “वे पत्रकारिता जगत के अजातशत्रु थे। उनकी सादगी और साहस हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।”




निडर और नैतिक पत्रकारिता का प्रतीक
एसोसिएशन के अध्यक्ष पीयूष पुरोहित ने कहा, ” माथुर की पत्रकारिता में भय और पक्षपात के लिए कोई स्थान नहीं था। उनकी जनसरोकारी पत्रकारिता और नैतिक साहस आज भी अनुकरणीय है।” महासचिव गिरिराज हर्ष ने भी उनके निडर स्वभाव की प्रशंसा की और कहा, “वे व्यवस्था से सवाल पूछने में कभी पीछे नहीं हटे। उनकी पत्रकारिता समाज के लिए एक मिसाल थी।”



श्रद्धांजलि सभा में शामिल गणमान्य
श्रद्धांजलि सभा में वी डी व्यास, मोहन थानवी, निर्दोष व्यास, अशोक प्रेमी, विकास, खेराजाराम, रोहित शर्मा, मोहन कड़ेला, महिका महर्षि, राजेंद्र भार्गव और राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पूर्व सचिव पृथ्वीराज रतनू सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने स्व. अशोक माथुर के योगदान को याद करते हुए उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
एक प्रेरणादायक विरासत
स्व. अशोक माथुर की पत्रकारिता न केवल बीकानेर बल्कि पूरे पत्रकारिता जगत के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी। उनकी साहसी और निष्पक्ष पत्रकारिता की विरासत को याद करते हुए यह सभा उनके प्रति सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक बनी।
