स्कूल से गायब हुईं दो बहनें, सुरक्षा पर उठे सवाल


मां से मिलने के लिए 11 किमी पैदल चलीं




जयपुर, 30 जुलाई। कभी-कभी एक छोटी सी चाहत भी बड़ी मुसीबत का कारण बन सकती है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से सटे चौमूं इलाके के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली दो नाबालिग बहनें बुधवार सुबह अचानक स्कूल से गायब हो गईं। शुरुआत में मामला गंभीर लगा, लेकिन जब सच्चाई सामने आई, तो हर कोई भावुक हो गया। दरअसल, 12 और 13 साल की ये दोनों छात्राएं, जो 5वीं और 6वीं कक्षा में पढ़ती थीं, अपनी मां से मिलने के लिए स्कूल से निकल गई थीं। मां से मिलने की चाहत में 11 किमी पैदल यात्रा- घटना बुधवार सुबह की है। स्कूल शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोनों बहनें चुपचाप स्कूल के पीछे के गेट से बाहर निकलीं और पैदल ही हरमाड़ा की ओर चल पड़ीं। उन्होंने बिना किसी की मदद के लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पैदल तय की। बताया जा रहा है कि दोनों बहनें फिलहाल अपने मामा के पास रह रही थीं, लेकिन मां से मिलने की तीव्र इच्छा उन्हें स्कूल से सीधे हरमाड़ा ले गई।


ठेले वाले की सजगता से बचीं बच्चियां
गनीमत रही कि हरमाड़ा के बड़ पिपली इलाके में एक पतासी के ठेले वाले ने दोनों बच्चियों को अकेले घूमते देखा। कुछ संदिग्ध लगने पर उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चियों को सकुशल परिजनों के पास पहुंचाया गया। इस दौरान एसीपी अशोक चौहान और एसएचओ प्रदीप शर्मा खुद मौके पर पहुंचे और बच्चियों से बातचीत कर पूरी बात समझी।
स्कूल सुरक्षा और अभिभावक-बच्चा संवाद पर चिंता
राहत की बात यह रही कि दोनों बच्चियां पूरी तरह सुरक्षित थीं और उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। हालांकि, इस घटना ने स्कूल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था और परिवारों में बच्चों से संवाद की कमी को उजागर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि स्कूल प्रशासन को अपनी सुरक्षा और निगरानी को लेकर और अधिक सतर्क रहना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, परिजनों को भी बच्चों की भावनाओं को बेहतर ढंग से समझना चाहिए और उन्हें खुलकर बातचीत करने का अवसर देना चाहिए। पुलिस ने इस छोटी सी घटना को पूरे राजस्थान के लिए एक सीख बताया है। यह दर्शाता है कि बच्चों के मन की बात को अनसुना नहीं करना चाहिए।