जब एक साथ उठीं पिता और दो बेटों की अर्थियां, पूरे गांव की आंखें नम हुईं



जयपुर , 19 सितम्बर। मौत का दर्द किसी के लिए भी झेलना आसान नहीं है. परिवार के लोगों की मौत की खबर सुनकर किसी का भी कलेजा फट जाता है. वहीं जब एक ही चिता पर परिवार के तीन लोगों का अंतिम संस्कार हो तो यह पल झकझोर देने वाला होता है. कुछ ऐसा ही नजारा राजस्थान में देखने को मिला है. जहां जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के चौमूं में एक ही चिता पर दो बेटे और पिता का अंतिम संस्कार किया गया. इस घटना को देखकर घर में ही नहीं पूरे गांव में कोहराम मच गया । राजस्थान के जयपुर में एक बेहद दर्दनाक और दुखद घटना हुई है, जिसने पूरे गाँव को शोक में डुबो दिया है। एक सड़क हादसे में दो जवान बेटों की मौत हो गई, और इस सदमे को बर्दाश्त न कर पाने के कारण उनके पिता ने भी दम तोड़ दिया। इस घटना से पूरे हस्तेड़ा गाँव में मातम पसरा हुआ है।
सड़क हादसे ने ली दो भाइयों की जान
यह घटना बुधवार को जयपुर के चौमूं क्षेत्र के हस्तेड़ा गाँव में हुई। करीब 1:30 बजे, 40 वर्षीय लालचंद कुमावत अपने बड़े भाई रामेश्वरलाल कुमावत के साथ बाइक पर जा रहे थे। तभी सामने से आ रहे दूध के ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। यह टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई।




बेटों की मौत का सदमा नहीं सह पाए पिता
जैसे ही इस हादसे की खबर उनके परिवार तक पहुँची, पूरे घर में कोहराम मच गया। बेटों की मौत की खबर सुनते ही उनके पिता दुर्गालाल कुमावत गहरे सदमे में चले गए और इस दुख को सहन नहीं कर पाए। कुछ ही देर बाद, उनका भी निधन हो गया। इस घटना ने एक ही दिन में पूरे परिवार को उजाड़ दिया।


एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार
इस घटना का सबसे दर्दनाक और भावुक क्षण तब आया, जब तीनों का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया। जब पिता और दोनों बेटों की अर्थियाँ एक साथ उठीं, तो पूरा गाँव गमगीन हो गया। गाँव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ था और किसी के घर चूल्हा तक नहीं जला। हर किसी की आँख में आँसू थे, और पूरा गाँव इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से स्तब्ध था।