डिलीवरी के 7 दिन बाद महिला की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप, मेडिकल बोर्ड से हुआ पोस्टमॉर्टम



बीकानेर, 13 अगस्त। बीकानेर के नोखा निवासी एक महिला की डिलीवरी के 7 दिन बाद मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया, जिसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया गया।
जाने पूरा मामला
महिला, रेणु (पत्नी राकेश बिश्नोई), को 5 अगस्त को प्रसव पीड़ा होने पर काकड़ा गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ उसी दिन शाम 4 बजे उसने एक बेटे को जन्म दिया। परिजनों का आरोप है कि इस दौरान टांके लगाने में कुछ गड़बड़ी हुई थी, जिसके बाद उसे नोखा केप्राइवेट नर्सिंग होम में रेफर कर दिया गया। नोखा के प्राइवेट नर्सिंग होम से रेणु को 6 अगस्त को दोपहर 12:30 बजे छुट्टी दे दी गई, जिसके बाद परिजन उसे अपने गांव वापस ले आए।




बिगड़ती तबीयत और दुखद अंत
11 अगस्त को रेणु की तबीयत फिर खराब हुई, जिस पर परिजनों ने प्राइवेट नर्सिंग होम को फोन किया। उन्हें अगले दिन, यानी 12 अगस्त को सुबह आने को कहा गया। 12 अगस्त को जब वे सुराणा नर्सिंग होम पहुंचे, तो उन्हें तुरंत बीकानेर के पीबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। पीबीएम अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने रेणु को मृत घोषित कर दिया।


परिजनों का आरोप और पुलिस कार्रवाई
महिला के पति राकेश बिश्नोई ने जसरासर थाने में इस संबंध में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने नर्सिंग होम के स्तर पर हुई लापरवाही की जांच की मांग की है। आज, बुधवार को, रेणु का पोस्टमॉर्टम 3 डॉक्टर्स के बोर्ड के माध्यम से करवाया गया। पोस्टमॉर्टम से पहले बड़ी संख्या में ग्रामीण पीबीएम मोर्चरी पर एकत्र हो गए, और उन्होंने जसरासर पुलिस से मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।