शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ ने 86 के कार्मिकों की पदोन्नति में देरी पर जताई नाराजगी



बीकानेर, 11 अगस्त। शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ राजस्थान – बीकानेर के प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य ने शिक्षा निदेशक श्री सीताराम जाट (आईएएस) को ज्ञापन भेजकर विभाग में 86 के कार्मिकों की पदोन्नति में हो रही देरी पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। संघ ने आरोप लगाया है कि विभागीय कार्मिकों द्वारा जानबूझकर फाइलों को घुमाया जा रहा है और वरिष्ठ कर्मचारियों की पदोन्नति को रोका जा रहा है।
पदोन्नति में अनियमितता का आरोप
आचार्य ने अपने ज्ञापन में लिखा है कि संगठन द्वारा राज्य सरकार और निदेशक महोदय को कई बार इस संबंध में पत्र दिए जा चुके हैं, लेकिन विभाग में बैठे कुछ कार्मिकों की नियत पदोन्नति न करने की है, जिसके कारण 86 के कार्मिकों की फाइलें सिर्फ इधर-उधर घुमाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 86 के कार्मिकों को उनकी वरिष्ठता के अनुसार पदोन्नति मिलनी चाहिए थी, जबकि उनके स्थान पर कनिष्ठ कार्मिकों को पदोन्नतियां दी गई हैं। वरिष्ठता में आगे होते हुए भी 86 के कार्मिकों को अभी तक पदोन्नति नहीं मिली है।




संघ ने निदेशक से निवेदन किया है कि कनिष्ठ होते हुए भी वरिष्ठ को छोड़कर की गई पदोन्नति की निष्पक्ष जांच की जाए। साथ ही, आरोप लगाया कि कार्यालय स्तर पर 86 के कार्मिकों की फाइलों को इधर-उधर घुमाकर राज्य सरकार और शिक्षा विभाग का समय बर्बाद किया जा रहा है, और समय पर होनी वाली पदोन्नति को जानबूझकर लंबित किया जा रहा है।


आचार्य ने बताया कि पत्र में यह भी मांग की गई है:
- इस पूरे मामले की गहन जांच की जाए।
- वरिष्ठ कार्मिकों को 02.02.90 से वरिष्ठता और पदोन्नति का लाभ दिया जाए।
- जिन कार्मिकों द्वारा इस प्रकरण में जानबूझकर विलंब किया गया है, उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाए।
- कनिष्ठ कार्मिकों को पदावनत कर 86 के वरिष्ठ कार्मिकों को उनकी पदोन्नति का लाभ दिया जाए।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि प्रभावित कार्मिकों को न्याय मिल सके।