डॉ. अजय जोशी की पुस्तक न्यारा निरवाळा निबन्ध पर 24 अगस्त को होगा पुस्तकालोचन



बीकानेर, 13 अगस्त। प्रज्ञालय संस्थान अपने साहित्यिक नवाचारों की श्रंृखला में ‘पुस्तकालोचन’ कार्यक्रम की तीसरी कड़ी का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन पुस्तक आलोचना संस्कृति को समर्पित है, जिसकी वर्तमान समय में बहुत आवश्यकता है।
कार्यक्रम का विवरण
संस्थान के वरिष्ठ शिक्षाविद् राजेश रंगा ने बताया कि यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम 24 अगस्त, 2025 (रविवार) को शाम 6 बजे नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन-सदन में आयोजित किया जाएगा। ‘पुस्तकालोचन’ की इस तीसरी कड़ी की अध्यक्षता राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार एवं साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली से पुरस्कृत कमल रंगा करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ आलोचक एवं शिक्षाविद् डॉ. उमाकांत गुप्त होंगे, जबकि मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गौरीशंकर प्रजापत रहेंगे।




चर्चित पुस्तक पर केंद्रित
राजेश रंगा ने बताया कि इस माह की तीसरी कड़ी हिंदी और राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अजय जोशी की चर्चित राजस्थानी पुस्तक ‘न्यारा निरवाळा निबन्ध’ पर केंद्रित होगी। डॉ. अजय जोशी की कई पुस्तकें प्रकाशित और चर्चित रही हैं, और उन्होंने अनेक पुस्तकों का कुशल संपादन भी किया है। उन्हें राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय कई पुरस्कार और सम्मान मिल चुके हैं। वे विशेष रूप से साहित्य की व्यंग्य विधा में निरंतर सृजनशील हैं। ‘पुस्तकालोचन’ आयोजन के तहत, एक मुख्य वक्ता अपनी आलोचकीय दृष्टि से बात रखेंगे, साथ ही दो संवादी चयनित पुस्तक पर अपनी संक्षिप्त समीक्षात्मक टिप्पणी प्रस्तुत करेंगे। इस नवाचार कार्यक्रम में शहर की हिंदी, उर्दू और राजस्थानी की विगत वर्षों में प्रकाशित पुस्तकों पर आलोचनात्मक-समीक्षात्मक चर्चा आयोजित की जाती है।


कार्यक्रम का संचालन युवा कवि गिरिराज पारीक करेंगे।