राजस्थानी कवि शंकरदान सामौर के व्यक्तित्व-कृतित्व पर बीकानेर में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार 18-19 अगस्त को



बीकानेर, 14 अगस्त। साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली और लोक भारती संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में राजस्थानी के प्रसिद्ध कवि शंकरदान सामौर की स्मृति में बीकानेर में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है।
सेमिनार का उद्घाटन और सत्र विवरण
अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने बताया कि 18 और 19 अगस्त को बीकानेर के होटल राजमहल में आयोजित होने वाले सेमिनार का उद्घाटन सोमवार, 18 अगस्त को प्रातः 10:30 बजे होगा। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता राजस्थानी भाषा के कवि-आलोचक डॉ. अर्जुन देव चारण करेंगे। मुख्य अतिथि एस.पी. व्यास (पूर्व अध्यक्ष, इतिहास विभाग, जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर) होंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के अध्ययन केंद्र की निदेशक दीपिका विजयवर्गीय होंगी। राव ने बताया कि पहले दिन उद्घाटन के बाद दो सत्र आयोजित किए जाएंगे। पहला सत्र शंकरदान सामौर के व्यक्तित्व पर केंद्रित होगा। इस सत्र की अध्यक्षता पृथ्वीराज रतनू करेंगे, और निकिता शेखावत व हेमेंद्र सिंह पत्र वाचन करेंगे। दूसरा सत्र शंकरदान सामौर के कृतित्व पर होगा, जिसकी अध्यक्षता बुलाकी शर्मा करेंगे। इस सत्र में नगेंद्र नारायण किराडू और डॉ. संजू श्रीमाली पत्र वाचन करेंगे।




मंगलवार, 19 अगस्त को तृतीय सत्र प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक “शंकरदान सामौर के कृतित्व” पर आयोजित होगा। इस सत्र की अध्यक्षता डॉ. गजेसिंह राजपुरोहित करेंगे, और डॉ. रेणुका व्यास नीलम एवं डॉ. गौरीशंकर प्रजापत पत्र वाचन करेंगे। चौथे सत्र की अध्यक्षता डॉ. मंजुला बारठ करेंगी। यह सत्र दोपहर 12:30 बजे से 2:00 बजे तक “शंकरदान सामौर के ऐतिहासिक पक्ष” पर होगा, जिसमें राजेंद्र जोशी और गोविंद गौरवसिंह पत्रवाचन करेंगे।
समापन सत्र और विशेष व्याख्यान
राव ने बताया कि दो दिवसीय सेमिनार का समापन सत्र मंगलवार दोपहर तीन बजे होगा। इस सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. भंवरसिंह सामौर होंगे, अध्यक्षता मधु आचार्य “आशावादी” करेंगे और विशिष्ट अतिथि डॉ. लक्ष्मीकांत व्यास रहेंगे। सेमिनार के बाद, शाम 4:30 बजे साहित्य मंच में डॉ. गीता सामौर का व्याख्यान होगा, जिसका विषय “राजस्थानी में 21वीं सदी का महिला लेखन” होगा।

