गंगाशहर में ॐ भिक्षु महाजप अनुष्ठान, तेरापंथ भवन गूंजा आध्यात्मिक जप से, राष्ट्रीय टीम का भव्य अभिनंदन



बीकानेर, 10 अक्टूबर। तेरापंथ धर्म के आद्य प्रवर्तक आचार्य भिक्षु की जन्म त्रिशताब्दी वर्ष के पावन अवसर पर विश्व शांति हेतु चल रहे ‘ॐ भिक्षु महाजप अनुष्ठान’ का आयोजन अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में धूमधाम से हो रहा है। इसी श्रृंखला में शुक्रवार सुबह गंगाशहर के तेरापंथ भवन में उग्र विहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमलकुमारजी स्वामी के सान्निध्य में ॐ भिक्षु महाजप का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय टीम का गंगाशहर इकाई द्वारा हार्दिक अभिनंदन किया गया, जिससे स्थानीय आस्था का केंद्र ऊर्जावान बन गया। राष्ट्रीय अध्यक्षा सुमन नाहटा ने गंगाशहर की भूमि को ‘ऊर्जावान’ करार देते हुए कहा कि यहाँ की आध्यात्मिक ऊर्जा विश्व शांति के संकल्प को मजबूत बनाएगी।





महाजप अनुष्ठान का विशेष आयोजन
आचार्य भिक्षु की जन्म त्रिशताब्दी वर्ष (2025) के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा संचालित ‘ॐ भिक्षु महाजपअनुष्ठान’ का उद्देश्य विश्व शांति, सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक जागरण को प्रोत्साहित करना है। यह अनुष्ठान पूरे देश में विभिन्न केंद्रों पर आयोजित हो रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। गंगाशहर इकाई द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सुबह 7 से 8 बजे तक तेरापंथ भवन में ॐ भिक्षु का सामूहिक जप किया गया। जप सत्र में राष्ट्रीय अध्यक्षा सुमन नाहटा, महामंत्री रचना हिरण, कोषाध्यक्ष ममता रांका और कार्यकारिणी सदस्य सुप्रिया राखेचा की उपस्थिति रही।
गंगाशहर महिला मंडल ने प्रेरणा गीत और स्वागत गीतों के माध्यम से राष्ट्रीय टीम का स्वागत किया। मंत्री रेखा चौरड़िया ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि यह आयोजन आचार्य भिक्षु के आदर्शों को जीवंत करने का माध्यम बनेगा। कार्यक्रम में मुनिश्री श्रेयांशकुमार ने अपनी भावपूर्ण गीतिका प्रस्तुत की, जो उपस्थितजनों को गहन भावनाओं से भर गई।
राष्ट्रीय टीम का बहुआयामी अभिनंदन
कार्यक्रम की खासियत रही राष्ट्रीय टीम का विभिन्न तेरापंथी संगठनों द्वारा सामूहिक अभिनंदन। तेरापंथी सभा से जतन संचेती, तेरापंथ युवक परिषद से देवेंद्र डागा, तेरापंथ प्रोफेशनल फॉर्म से रतनलाल छलानी, तेरापंथ न्यास से जैन लूणकरण छाजेड़, अणुव्रत समिति से कन्हैयालाल बोथरा, आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान से धर्मेंद्र डाकलिया, उपासक युवकरत्न राजेंद्र सेठिया और कन्या मंडल से गरिमा भंसालीने अभिनन्दन व स्वागत भाषण दिया। महिलामंडल मंत्री श्रीमती रेखा चोरडिया व उपस्थित पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय टीम को शॉल, साफा, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
अभिनंदनकर्ताओं ने आश्वासन दिया कि अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के सभी प्रोजेक्ट्स—जैसे महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, अणुव्रत अनुष्ठान और सामाजिक सेवा—में उनका पूर्ण सहयोग अनवरत बना रहेगा। इस अवसर पर उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ‘ॐ भिक्षु महाजप के माध्यम से विश्व शांति की कामना की।
मुनिश्री कमलकुमारजी का प्रेरक वक्तव्य
मुख्य सान्निध्य में विराजमान तपोमूर्ति मुनिश्री कमलकुमारजी ने अपने वक्तव्य में गंगाशहर को तेरापंथ की ‘उर्वर भूमि’ बताया। उन्होंने कहा, “गंगाशहर सदा से ही आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र रहा है। यहाँ पूज्य कालूगणी का वरद हस्त था, आचार्य तुलसी की पुण्य भूमि है और वर्तमान में आचार्यश्री महाश्रमणजी की असीम कृपा प्राप्त है।” मुनिश्री ने राष्ट्रीय अध्यक्षा सुमन नाहटा से अपील की कि उनके प्रवास काल में गंगाशहर में एक वृहद आयोजन किया जाए, क्योंकि यहाँ क्षमता और जोश दोनों प्रचुर मात्रा में हैं। उनके उद्गारों ने उपस्थितजनों में उत्साह का संचार किया।
राष्ट्रीय नेतृत्व के सम्बोधन: ऊर्जा और श्रद्धा पर जोर
राष्ट्रीय अध्यक्षा सुमन नाहटा ने सम्बोधित करते हुए कहा, “आस्था का केंद्र बनी गंगाशहर की भूमि ऊर्जावान है। हमें अपने परिवार और स्वयं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हम अपनी श्रद्धा से कभी भटकें नहीं, बल्कि उस पर अटूट विश्वास बनाए रखें। यह ॐ भिक्षु महाजप अनुष्ठान हमें आंतरिक शक्ति प्रदान करेगा।”
राष्ट्रीय महामंत्री रचना हिरण ने गंगाशहर की पावन भूमि की सराहना करते हुए कहा, “यह भूमि वास्तव में ऊर्जावान है, जहाँ आचार्य भिक्षु के आदर्श जीवंत हो उठते हैं।” कोषाध्यक्ष ममता रांका ने साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभाजी द्वारा भेजे गए मंगल संदेश का वाचन किया और मुनिश्री के प्रति हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की।
कार्यक्रम का समापन और उपस्थितजन
महिला मंडल उपाध्यक्ष बिंदु छाजेड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि पूर्व अध्यक्षा संतोष बोथरा ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। समारोह में पूर्व मेयर नारायण चौपड़ा, अमरचंद सोनी, पवन छाजेड़, नवरत्न बोथरा, संजू लालानी सहित तेरापंथी समाज के गणमान्यजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल स्थानीय स्तर पर आध्यात्मिक उत्साह जगाने में सफल रहा, बल्कि तेरापंथी संगठनों के बीच एकजुटता का प्रतीक भी बना। आचार्य भिक्षु त्रिशताब्दी वर्ष के अन्य कार्यक्रमों में भी गंगाशहर सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार दिख रहा है।



