अंतर में सम्यक दर्शन की ज्योति जलाएं- गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर



बीकानेर, 15 अक्टूबर। गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर महाराज साहेब ने बुधवार को रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज उपासरा में आयोजित प्रवचन सभा को संबोधित करते हुए भगवान महावीर के जीवन आदर्शों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ‘जिओ और जीने दो’ के महान संदेश को अपनाते हुए अपने अंतरमन में सम्यक दर्शन की ज्योति जलानी चाहिए, जिससे भावनाएं शुद्ध और उत्तम बनें।
बृहदारण्यकोपनिषद के प्रसिद्ध श्लोक ‘ओम असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय। मृत्योर्मा अमृतं गमय’ का स्मरण कराते हुए गणिवर्य ने कहा कि जीवन में सम्यक ज्ञान, दर्शन और चारित्र की ज्योति को प्रज्वलित करना आवश्यक है। अंधकार के प्रतीक बुराइयों, बुरी आदतों और पापवृत्तियों का त्याग कर सत्य के प्रकाशमय मार्ग पर चलना ही सच्ची साधना और आध्यात्मिकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि आत्मा और परमात्मा प्राप्ति के लक्ष्य को भूलकर मनुष्य सांसारिक चकाचौंध और भौतिक सुखों की दौड़ में अपना जीवन नष्ट कर देता है।




भगवान महावीर द्वारा सभी प्राणियों के लिए स्थापित धर्म तीर्थ का स्मरण कराते हुए गणिवर्य ने कहा कि धर्म का बोध मैत्री, करुणा, प्रमोद और मध्यस्थ भावना के साथ ही आत्म कल्याण का आधार है। महावीर की साधना और भावना को समझे बिना उनके जीवन को ग्रहण नहीं किया जा सकता। परमात्मा के संदेश को केवल मनुष्य ही समझ सकता है, क्योंकि मन की सोचने-समझने की शक्ति उसी को प्राप्त है। इसलिए, इस शक्ति का सदुपयोग कर भावनाओं को शुद्ध रखना चाहिए।



साधना के कठिन मार्ग पर प्रकाश डालते हुए गणिवर्य ने कहा कि साधना कठिन हो सकती है, लेकिन जीव मात्र के प्रति मैत्री, करुणा और दया की भावना रखना सरल है। धर्म आराधना के साथ जगत के सभी जीवों के लिए उतम भावना रखने से ही मोक्ष का द्वार खुलता है। चातुर्मास के दौरान आयम्बिल तपस्या करने वाले 35 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं का अभिनंदन वरिष्ठ श्रावक शांति लाल कोठारी, पुखराज पुगलिया, खरतरगच्छ युवा परिषद एवं महिला परिषद की बीकानेर शाखा के सदस्यों तथा वरिष्ठ श्राविका श्रीमती पुष्पा बोथरा ने किया।
महा लक्ष्मी पूजन 19 अक्टूबर को
गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर, मुनि मंथन प्रभ सागर, बाल मुनि मीत प्रभ सागर, साध्वीश्री दीपमाला और शंखनिधि श्रीजी के सान्निध्य में 19 अक्टूबर को रविवार को शिव वैली के कला मंदिर परिसर में सुबह सात बजे श्री महालक्ष्मी पूजन का आयोजन होगा। अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद, महिला परिषद की बीकानेर इकाई, श्री सुगनजी महाराज उपासरा ट्रस्ट और ज्ञान वाटिका के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले इस पूजन के लाभार्थी श्रीमती तुलसी देवी, पुखराज, ललित, नरेन्द्र एवं वीरेन्द्र पुगलिया परिवार हैं। खरतरगच्छ युवा परिषद की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष अनिल सुराणा ने बताया कि सभी श्रावक-श्राविकाओं को पूजा वस्त्रों में सुबह पौने सात बजे तक पहुंचना होगा। पूजन के पश्चात वस्त्र परिवर्तन की व्यवस्था रहेगी और प्रतिभागियों को पूजन सामग्री भेंट की जाएगी।

