छोटी काशी की पहचान बरकरार- बीकानेर में परंपरा और उल्लास के साथ मनी दीपावली



बीकानेर, 22 अक्टूबर । इस वर्ष दीपावली का पर्व प्रेम और उल्लास के साथ मनाया गया, जिसने ‘छोटी काशी’ के रूप में शहर की पारंपरिक पहचान को बरकरार रखा। बीकानेर के लोगों ने अपनी सदियों पुरानी परंपराओं के प्रति गहरा सम्मान प्रदर्शित किया। यह त्यौहार सिर्फ रोशनी और मिठाइयों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि शहर की सांस्कृतिक विरासत के उत्सव का रूप ले लिया। यह नजारा बीकानेर शहर के भीतरी इलाके, आचार्यों की घाटी उस्तों की बारी के अन्दर हिन्द गली में विशेष रूप से देखने को मिला।




मोहल्लेवासियों ने साझा किया स्नेह और भोजन



हिन्द गली के सभी मोहल्लेवासियों ने मिलकर दीपावली मनाई। इस दौरान सभी ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और साथ मिलकर भोजन किया, जो उनकी सांस्कृतिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। सभी ने मिलकर पटाखे जलाकर खुशियां मनाई। बीकानेर जहां अपने विश्व-प्रसिद्ध भुजिया और रसगुल्ला के लिए जाना जाता है, वहीं यह अपनी अनूठी परंपराओं के निर्वहन के लिए भी प्रसिद्ध है।
शुभकामना देने वालों में मोहल्ले के कई सदस्य रहे मौजूद
इस सामूहिक उत्सव में मोहल्ले के कई सदस्य उपस्थित थे, जिन्होंने एक-दूसरे को बधाई दी। उपस्थित लोगों में दुर्गाशंकर, सुशील कुमार माली (DZIRE BOY), विकाश, अभिषेक, रवि, हनी, राहुल, मदन, देव, रेहांश, केशव, पवन, माधव, भावम, जय, काकू, बाबू, साहिल, भारती, मीनू, सुप्रिया, भव्या, वैभवी, अंजलि, अनुष्का सहित सभी मोहल्लेवासी शामिल रहे।

